महिला आयोग के सदस्य को सुनाया दुखड़ा, त्वरित कार्रवाई के हुए निर्देश
उन्नाव।
राज्य महिला आयोग सदस्य मनोरमा शुक्ल ने बुधवार को लोकनिर्माण विभाग गेस्ट हाउस में महिलाओं से संबंधित मामलों की सुनवाई की। पुलिस और भूमि विवाद से जुड़े नौ मामलों में कार्रवाई न होने की शिकायत महिलाओं ने की। जिस पर आयोग की सदस्य ने संबंधित सर्किल के सीओ और कोतवाल को सभी मामलों में त्वरित निस्तारण कराने का निर्देश दिया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव ने बताया कि राज्य महिला आयोग की सदस्य मनोरमा शुक्ला की अध्यक्षता में आयोग में लंबित महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई व समीक्षा की गई। इस दौरान जिले की नौ महिलाओं ने आयोग की सदस्य को अपनी समस्या बताई। जिसमें दो महिलाओं ने मारपीट के संबंध में, तीन महिलाओं ने घरेलू हिसा के संबंध में, दो महिलाओं द्वारा जमीनी विवाद के संबंध में व एक महिला ने अपनी नाबालिग पुत्री के गुमशुदगी के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने तथा एक महिला ने शोषण किये जाने का प्रार्थना पत्र दिया। सदस्य ने निर्देश दिया कि सभी मामलों का त्वरित निस्तारण कर आख्या आयोग को भेजें। जन सुनवाई के बाद आयोग सदस्य मनोरमा ने नवाबगंज ब्लाक सभागार में आयोजित मिशन शक्ति जागरूकता गोष्ठी की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी गोष्ठी में मौजूद महिलाओं को दी। उन्होंने कहा सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचलन करने के साथ ही उनकी सुरक्षा के माकूल प्रबंध किए हैं महिलाएं अपने अधिकारों के लिए सजग रहें। जनसुनवाई में सीओ सोनम सिंह, महिला थानाध्यक्ष, महिला कल्याण अधिकारी प्रीती, सेन्टर मैनेजर ज्योति मिश्रा, काउंसलर नीतू वर्मा आदि मौजूद रहे।
राज्य महिला आयोग सदस्य मनोरमा शुक्ल ने बुधवार को लोकनिर्माण विभाग गेस्ट हाउस में महिलाओं से संबंधित मामलों की सुनवाई की। पुलिस और भूमि विवाद से जुड़े नौ मामलों में कार्रवाई न होने की शिकायत महिलाओं ने की। जिस पर आयोग की सदस्य ने संबंधित सर्किल के सीओ और कोतवाल को सभी मामलों में त्वरित निस्तारण कराने का निर्देश दिया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव ने बताया कि राज्य महिला आयोग की सदस्य मनोरमा शुक्ला की अध्यक्षता में आयोग में लंबित महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई व समीक्षा की गई। इस दौरान जिले की नौ महिलाओं ने आयोग की सदस्य को अपनी समस्या बताई। जिसमें दो महिलाओं ने मारपीट के संबंध में, तीन महिलाओं ने घरेलू हिसा के संबंध में, दो महिलाओं द्वारा जमीनी विवाद के संबंध में व एक महिला ने अपनी नाबालिग पुत्री के गुमशुदगी के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने तथा एक महिला ने शोषण किये जाने का प्रार्थना पत्र दिया। सदस्य ने निर्देश दिया कि सभी मामलों का त्वरित निस्तारण कर आख्या आयोग को भेजें। जन सुनवाई के बाद आयोग सदस्य मनोरमा ने नवाबगंज ब्लाक सभागार में आयोजित मिशन शक्ति जागरूकता गोष्ठी की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी गोष्ठी में मौजूद महिलाओं को दी। उन्होंने कहा सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचलन करने के साथ ही उनकी सुरक्षा के माकूल प्रबंध किए हैं महिलाएं अपने अधिकारों के लिए सजग रहें। जनसुनवाई में सीओ सोनम सिंह, महिला थानाध्यक्ष, महिला कल्याण अधिकारी प्रीती, सेन्टर मैनेजर ज्योति मिश्रा, काउंसलर नीतू वर्मा आदि मौजूद रहे।