मछली कारोबार करने वाले 100 किसानों को सम्मान
बलरामपुर।
मछली का कारोबार करने वाले जिले के 100 किसानों को विश्व मात्स्यिकी दिवस पर कृषि विज्ञान केंद्र पचपेड़वा के सम्मान समारोह में रविवार को सम्मानित किया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र के मत्स्य वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। आधुनिक तकनीक से मछली पालन/कारोबार करके किसानों को अपनी आय दोगुनी करने का सुनहरा मौका है। सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने मछली पालने व कारोबार करने वाले किसानों को विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
किसानों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, मछुआ दुर्घटना बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड व राष्ट्रीय नाइवलीहुड योजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य रमन चौधरी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष में मछली पालन से करीब 19 करोड़ रुपये की किसानों को आमदनी होगी। जलाशयों, झीलों व तालाबों में 603.75 टन मछली के बीज डाले गए हैं जिनसे 13 हजार टन मछली उत्पादन का लक्ष्य है। विभिन्न स्रोतों से मछली पालन में मिलने वाले अनुमानित लक्ष्य के लाभ से किसानों को अपनी आय बढ़ाने का मौका मिलेगा।
व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर किसानों को मछली पालन के लिए प्रेरित किया गया है। कार्यक्रम में मोहम्मद फजल सहित जिले में मछली पालने वाले प्रगतिशील 100 किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मौजूद 10 किसानों ने केसीसी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी डॉ. सूबेदार ने किसानों को केसीसी प्राप्त करने के लिए विभागीय कर्मचारियों से संपर्क करने की अपील की। कार्यक्रम में मछुआ किसान सुखराम निषाद, मत्स्य पालक जबीरुद्दीन, अवधेश वर्मा, हनुमंत प्रसाद व राम गोविंद आदि मौजूद रहे।
