बलरामपुर

21 हजार विद्यार्थियों को टैबलेट से पढ़ाने की तैयारी

बलरामपुर।

बेसिक शिक्षा विभाग के एक ही परिसर में संचालित होने वाले 70 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 21 हजार विद्यार्थियों को टैबलेट से पढ़ाने की तैयारी हो रही है। चयनित कंपोजिट विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए 10.46 करोड़ रुपये में 3500 टैबलेट खरीदे जाएंगे। नीति आयोग के सुझाव पर कंपोजिट विद्यालयों में विद्यार्थियों के लर्निंग आउटकम को बढ़ाने के लिए टैबलेट से गणित, विज्ञान व हिंदी के विषयों को पढ़ाया जाएगा।

नीति आयोग की तरफ से चयनित बलरामपुर जिले में विद्यार्थियों को टैबलेट से पढ़ाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग के 70 कंपोजिट विद्यालयों में विद्यार्थियों को टैबलेट से पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। नीति आयोग की तरफ से 3500 टैबलेट खरीदने पर 10.46 करोड़ खर्च होंगे।

विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए प्रत्येक कंपोजिट विद्यालयों में 50-50 टैबलेट दिए जाएंगे। टैबेलट में मौजूद साफ्टवेयर के माध्यम से छात्र-छात्राओं को गणित, विज्ञान व हिंदी के विषयों को पढ़ाकर उनका लर्निंग आउटकम बढ़ाया जाएगा। नीति आयोग के साथ सहयोगी संस्था डेल फाउंडेशन व ईडी टेक भी विद्यालयों में संसाधनों को बढ़ाने औ शिक्षकों में क्षमता वृद्घि के लिए मदद करेगी।
शिक्षा क्षेत्र सदर के 17 कंपोजिट विद्यालयों में 4552, गैड़ास बुजुर्ग के दो कंपोजिट विद्यालयों में 764, गैसड़ी के तीन कंपोजिट विद्यालयों मे 1101, शिवपुरा के छह कंपोजिट विद्यालयों में 1521, पचपेड़वा के आठ कंपोजिट विद्यालयों में 2158, रेहरा बाजार के 10 कंपोजिट विद्यालयों में 3647, श्रीदत्तगंज के छह कंपोजिट विद्यालयों में 1821, तुलसीपुर के 13 कंपोजिट विद्यालयों में 3964 और उतरौला के पांच कंपोजिट विद्यालयों में 1281 छात्र-छात्राओं को अब टैबलेट से गणित, विज्ञान व हिंदी के विषयों को पढ़ाया जाएगा।
डीएसटीओ संजीव कुमार ने बताया कि नीति आयोग की तरफ से बलरामपुर के साथ-साथ देश के अन्य नौ जिलों में भी कंपोजिट विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को टैबलेट से पढ़ाने के लिए चयनित किया गया है।
उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में छह का चयन किया गया है जिसमें बलरामपुर के साथ चंदौली, फतेहपुर, श्रावस्ती, सिद्घार्थनगर व सोनभद्र शामिल हैं। सभी जिलों में नीति आयोग ने मार्च 2024 तक पायलेट प्रोजेक्ट संचालित करने का निर्णय लिया है। मार्च 2024 के बाद आकांक्षात्मक रुप से चयनित सभी जिलों के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को गणित, विज्ञान व हिंदी के विषयों को टैबलेट से पढ़ाए जाएंगे।
बीएसए डॉ. रामचंद्र ने बताया कि जिले के 70 कंपोजिट विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को टैबलेट से गणित, विज्ञान व हिंदी के विषयों को पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। टैबलेट से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के बौद्घिक क्षमता में विकास होगा। बेहतर संसाधनों से पढ़ाई होने पर बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में शानदार सफलता मिलेगी और जिले के बेसिक शिक्षा स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे देश व विदेश में भी नाम रोशन करेंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।
ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।

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