कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो,,
313 नही समस्त पत्रकारो की उम्मीद पर खरा उतरा है, Shekhar Pandit !
उत्तर प्रदेश राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के जैसे तैसे चुनाव संपन्न हुआ तो वहीं मठाधीश और एकछत्र साम्राज्य का वर्चस्व दिखाने के लिए गुर्गे सक्रिय हो गए।
वर्षों से अपनी चुनावी रणनीति और चालाकी से अधिपत्य जमाये पदाधिकारी द्वारा चुनावी समर में विरोध दिखाते लोगों को धमकाने और घर में घुसकर मां-बहन एक करने की धमकियों का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ कि हिंदी दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश की पत्रकारिता शर्मसार होकर रह गई, दहशतगर्दी और वर्चस्व के साम्राज्य का किसी स्तर पर विरोध न दिखे इसके लिए गुर्गों ने चेतावनी देते हुए बताया कि जो साथ देगा उसकी भी माँ को नही छोड़ेंगे और विधानसभा के अंदर जूतों से मारेंगे।
ऐसे दहशतगर्दी के माहौल में मान्यता समिति में सदस्य पद पर 313 मतों से विजयी होकर शेखर पंडित ने अपने संदेश के माध्यम से जता दिया है कि पत्रकार हितों के लिए चयनित समिति किसी की बपौती बनकर काम नहीं करेगी और न ही किसी राजनेता, व्यवसायी, धनाढ्य लोगों के सम्मुख नतमस्तक होकर जीहुजूरी करती नजर आएगी।
मान्यता समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का सम्मान किया जाना जहां गर्वान्वित करता है वहीं अनेक ऐसे तथाकथित चेहरे पदाधिकारियों के बीच में फोटो के लिए खड़े दिखाई देते हैं जिनका इस आयोजन प्रयोजन में कोई काम नहीं दिखता है लेकिन एक खास पदाधिकारी के नजदीकी के चलते ऐसे तथाकथित लोगो का जमावड़ा बना रहता है।
शेखर पंडित के इस संदेश ने उन सभी 313 पत्रकारों को विश्वास दिला दिया है कि मान्यता समिति में प्रतिनिधित्व करने के लिए उनके द्वारा जो चयन किया गया है वो शेखर पंडित पत्रकार हितों और उनकी समस्याओं के लिए ही समर्पित रहेगा और किसी राजनेता किसी धनाढ्य, व्यवसाय द्वारा सम्मान समारोह में यदि मान्यता समिति के किसी भी सदस्य की अपेक्षा या उपेक्षा की जाती है तो आईना दिखाने से कलम रुकेगी नहीं।
शेखर पंडित के इस संदेश से जहां भविष्य में समिति द्वारा किसी भी सम्मान समारोह में जाने से पूर्व अपने सभी सदस्यों को वरीयता और प्राथमिकता देते हुए कार्य किया जाएगा वही उत्तर प्रदेश के समस्त पत्रकारों में इस बात की आशा दिखाई दे रही है कि मान्यता समिति किसी एक का वर्चस्व बनकर नहीं रह जाएगी और शेखर पंडित की पहल मान्यता समिति को पत्रकार हितों में कार्य करने के लिए न सिर्फ प्रेरित करती रहेगी बल्कि वक्त वक्त पर आईना दिखाने का भी काम शेखर पंडित द्वारा किया जाएगा।
जो विश्वास 313 पत्रकारों ने अपना कीमती मत देकर शेखर पंडित पर जताया था वो खरा होते दिख रहा है। शेखर पंडित के संदेश को देखकर समस्त उत्तर प्रदेश के पत्रकारों का विश्वास शेखर पंडित पर दिख रहा है और आने वाले वक्त में समिति के गलत कार्यकलापों को आईना दिखाते शेखर पंडित सही दिशा में ले जाने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे, कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक कोशिश शेखर पंडित की समिति की सूरते हाल बदलते दिखा रही है,,