ट्रांसफर कराने के नाम पर रुपये वसूले
लखनऊ।
जमीन की धोखाधड़ी और अनियमितताओं के आरोपी राजस्व परिषद के पूर्व निजी सचिव विवेकानंद डोबरियाल की करतूतों का शिकार हुये चार लोग सामने आये हैं। इन चारों से डोबरियाल ने ट्रांसफरा कराने के नाम पर रुपये लिये थे। पर, सम्बन्धित व्यक्तियों का तबादला नहीं करा पाये तो पीड़ितों ने रुपये लौटाने को कहा। इस पर डोबरियाल ने उन्हें धमका दिया था। पर, डोबरियाल पर शिकंजा कसते ही ये लोग अब शिकायत करने पहुंचे हैं। डोबरियाल के खिलाफ इसमें एक और एफआईआर दर्ज करायी जायेगी।
चार मई को कैसरबाग में परिषद के अनुसचिव घनश्याम चतुर्वेदी ने विवेकानंद डोबरियाल पर एफआईआर करायी थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद यह मामला रोजाना तूल पकड़ता चला गया। डोबरियाल पर 50 हजार रुपये इनाम भी घोषित हो चुका है। उसकी कई करतूतें सामने आयी है। विवेचना के दौरान ही सामने आया कि डोबरियाल ने अपने सम्बन्धों के आधार पर कई सिर्फ परिषद ही नहीं बल्कि अन्य विभागों के कर्मचारियों का भी ट्रांसफर कराया। पुलिस का कहना है कि इसके लिये डोबरियाल को रकम भी लोगों ने दी। एसीपी कैसरबाग ने इस मामले में चार दिन तक लगातार पूछताछ की। पूर्व कानूनगो से दो बार पूछताछ की गई। शक के दायरे में आये पूर्व कानूनगो लगातार डोबरियाल से अपने सम्बन्ध नकारते रहे हैं।
दहशत खत्म हुई तो पहुंचे शिकायत करने
पीड़ितों में शामिल एक कर्मचारी ने सरोजनीनगर तहसील के एक अधिकारी से कहा कि उनके पास डोबरियाल के खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। पर, जिस आदमी के माध्यम से डोबरियाल को ट्रांसफर कराने के लिये रुपये दिये थे, उसकी भी शिकायत करेंगे। इस पीड़ित का कहना है कि डोबरियाल ने कई कर्मचारी डरते थे। वह बड़े अफसरों तक अपनी पहुंच का रौब दिखाता रहता था।