एंबुलेंस से उतारी किशोरी, लगाई ऑक्सीन और इलाज शुरू।
कोरोना की तीसरी लहर से पहले बच्चों के इलाज के लिए बनाए गए पीकू (पेडियॉट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) वार्ड में बीमार बच्चों को भर्ती करने की मॉकड्रिल की गई। मौरावां में बने सौ बेड के अस्पताल में विशेष सचिव ने अपनी देखरेख में व्यवस्था परखीं। सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड एलटू अस्पताल सहित तीन अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में एसीएमओ की अगुवाई में एक घंटे तक मॉकड्रिल कराई गई।
उन्नाव।
मौरावां अस्पताल में बने पीकू वार्ड में विशेष सचिव रामनगीना मौर्य व सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश की अगुवाई में मॉकड्रिल कराई गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना संक्रमित (15) वर्षीय किशोरी एंबुलेंस से अस्पताल लाई जाती है। सीएचसी के बाहर बने रेडजोन में एंबुलेंस खड़ी कर चालक, ईएमटी व पीपीई किट पहने स्वास्थ्य केंद्र के दो कर्मी उसे स्ट्रेचर से ट्राइएज एरिया पहुंचाते हैं। डॉक्टर मरीज को देखते हैं। फिर मरीज को पीकू वार्ड ले जाने को कहते हैं। पीकू वार्ड में मौजूद स्टॉफ मरीज को ऑक्सीजन देती हैं। ब्लड प्रेशर जांचने के बाद इलाज शुरू किया जाता है।
नवाबगंज सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड एलटू अस्पताल में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. धर्मेंद्र कुमार निगम व डॉ. श्वेतांशु सक्सेना ने ट्राइएज एरिया के साथ पीकू, नीकू व एचडीयू वार्ड के साथ आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। चिकित्सा उपकरणों पीडिया वेटिंलेटर, बाईपेप, इंफ्यूजन पंप, मल्टीपैरामीटर व वेबीवार्मर की क्रियाशीलता देखी। डॉक्टरों के साथ पैरामेडिकल स्टाफ, टेक्निशियन, वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मी की कार्य कुशलता व क्षमता को परखने के लिए मॉकड्रिल की गई। एसीएमओ डॉ. विवेक गुप्ता, संस्थान के निदेशक डॉ. सौरभ कंवर, महानिरीक्षक मनोज सिसौदिया, सीएमएस केके राय, सीनियर पीडियाट्रिशियन डॉ. विभा यादव उपस्थित रहीं।
औरास में डिप्टी सीएमओ डॉ. बीके गुप्ता की देखरेख में मॉकड्रिल कराई गई। यहां (15) साल के बच्चे को एंबुलेंस से सीएचसी लाया गया। रेडजोन में एंबुलेंस रुकने के बाद बच्चे को पीपीई किट पहने स्वास्थ्य कर्मियों ने उतारा और ट्राइएज एरिया में ले जाकर जांच की। डॉक्टर की सलाह पर मरीज को पीकू वार्ड में भर्ती किया गया और इलाज शुरू किया।
बिछिया में सीएचसी में पीकू वार्ड में मरीजों के भर्ती करने की मॉकड्रिल एसीएमओ डॉ. ललित कुमार की अगुवाई में हुई। एंबुलेंस से (10) साल के कोरोना मरीज को लाया गया। रेड जोन में एंबुलेंस रुकने के बाद मौजूद स्टॉफ ने ट्राइएज एरिया लेकर पहुंचा। सीएचसी प्रभारी डॉ. आरपी सचान की देखरेख में उसकी जांच हुई और बच्चे को पीकू वार्ड में भर्ती किया गया। वार्ड में बच्चे को भर्ती करने के साथ उसकी मां को भी बेड पर रोका गया। पीडियाट्रिक चिकित्सक डॉ. मुशीर अहमद ने बच्चे को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का प्रयोग करने के साथ ही अन्य दवाओं के साथ उपचार करना शुरू किया।