कोरोना संक्रमित को लेने पहुंची टीम, हुआ पथराव
उन्नाव। पूर्व राज्यमंत्री, एक सिपाही, पुरुष स्टॉफ नर्स और वर्षीय वृद्धा कोरोना संक्रमित निकली। कोविड अस्पताल में भर्ती कराने के लिए घर लेने पहुंची स्वास्थ्य टीम पर संक्रमित वृद्धा ने पथराव कर दिया। इससे टीम लौट आई। सीएमओ का कहना है कि वृद्धा को समझाकर भर्ती कराया जाएगा।
सिविल लाइन निवासी (69) वर्षीय पूर्व राज्यमंत्री का लखनऊ के मेदांता अस्पताल से इलाज चल रहा है। वहां कोविड जांच के दौरान रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अन्य संक्रमितों में जिला महिला अस्पताल में स्टॉफ नर्स, शुक्लागंज के अंबिकापुरम निवासी (30) वर्षीय युवक व बारासगवर थाने में तैनात सिपाही न्यायालय का पैरोकार शामिल है। यह दोनों एंटीजन जांच में पॉजिटिव आए हैं। पूर्व राज्यमंत्री व स्टॉफ नर्स को होम आइसोलेट किया गया है। सिपाही को सरस्वती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। औरास के बारादेवी निवासी (60) वर्षीय वृद्धा की आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव आई है। गुरुवार देर शाम स्वास्थ्य टीम उसे भर्ती कराने के लिए लेने पहुंची तो उसने विरोध कर पथराव किया। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि शुक्रवार को टीम दोबारा भेजकर वृद्धा को भर्ती कराया जाएगा।
बारासगवर थाने में तैनात सिपाही के कोरोना संक्रमित आने के बाद बीघापुर स्वास्थ्य केंद्र से टीम थाने पहुंची। यहां कैंप लगाकर आरटीपीसीआर जांच के लिए एसओ सहित 53 पुलिस कर्मियों के सैंपल लिए। एसओ ने बताया कि रिपोर्ट का अब इंतजार है।
जिला सत्र न्यायालय में पैरोकार के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिला जज हरवीर सिंह ने 48 घंटे के लिए न्यायालय बंद करा दिया है। न्यायालय परिसर का सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से कहा है कि वह अवकाश की तिथियों की तरह रिमांड व जमानत की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों को 16 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र खोलकर अनुपूरक पोषाहार को प्राप्त किया जाएगा। फिर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लाभार्थियों तक घर-घर वितरण किया जाएगा।
