बाराबंकी।
नियमों को धता बता हाईवे किनारे चल रहे होटल और ढाबों पर मंगलवार को एफएसडीए, आपूर्ति, श्रम व आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों ने छापा मारा। इस दौरान बिना लाइसेंस ढाबा संचालित होते पाए जाने पर उन्हें बंद कराया गया। इसके अलावा तीन घरेलू गैस सिलिंडर का प्रयोग पाए जाने पर इन्हें जब्त किया गया। यही नहीं दो बाल श्रमिकों से कार्य लिए जाने पर संचालकों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर सुमित यादव के निर्देश पर मंगलवार को एफएसडीए के खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरविंद कुमार, पूर्ति निरीक्षक अतुल सिंह, इमरान मंजूर, आबकारी निरीक्षक रामश्याम त्रिपाठी और श्रम विभाग की टीम ने अयोध्या हाईवे पर रसौली के निकट संचालित एसके फैमिली ढाबा पर छापा मारा।
जांच में टीम ने पाया कि ढाबे का संचालन बिना लाइसेंस के किया जा रहा है और व्यवसायिक कार्य में घरेलू गैस सिलिंडर प्रयोग किए जा रहे हैं। जिस पर टीम ने यहां से दो गैस सिलिंडर जब्त करते हुए पनीर का नमूना भरकर जांच के लिए भेजा है।
इसके बाद टीम ने मिर्च मसाला ढाबे पर छापा मारा। टीम यहां का नजारा देख दंग रह गई। ढाबे पर जगह-जगह गंदगी फैली हुई थी और बाल श्रमिकों से कार्य लिया जा रहा था। यहां भी घरेलू गैस सिलिंडर से खाद्य सामग्री बनाई जा रही थी। जिस पर टीम ने यहां से न केवल दो बाल श्रमिकों को मुक्त कराया बल्कि एक घरेलू गैस सिलिंडर जब्त करते हुए पनीर का नमूना भरकर जांच के लिए भेजा है।
टीम की इस कार्रवाई से अन्य ढाबा संचालकों में पूरे दिन हड़कंप मचा रहा है और कई ढाबा संचालक तो अपना ढाबा बंद कर भाग खड़े हुए। एसडीएम ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
पनीर, दूध और मसाले का भरा नमूना
एफएसडीए की अभिहीत अधिकारी प्रियंका सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. आरके सिंह, शंकर दयाल तिवारी और अनिल पाल की टीम ने मसौली स्थित महाराजा ढाबा पर छापा मारा। टीम ने यहां से खुला गरम मसाला का नमूना भरा।
इसके अलावा टीम ने मिड-वे रेस्टोरेंट से मिश्रित दूध तथा यहीं स्थित मयूर रेस्टोरेंट से पनीर का नमूना भरकर जांच के लिए भेजा। इस दौरान यहां पर गंदगी आदि पाए जाने पर संचालकों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
नियम विपरीत संचालित हो रहे होटल-ढाबे
अयोध्या हाईवे, रामनगर बहराइच, हैैदरगढ़-सुल्तानपुर हाईवे समेत अन्य हाईवे के किनारे होटल और ढाबे नियमों के विपरीत संचालित किए जा रहे हैं। आरोप है कि यहां पर घटिया और बासी खाने-पीने का सामान यात्रियों को परोसा जाता है। यदि कोई यात्री इसका विरोध करता है तो यहां पर मौजूद समर्थक यात्रियों से मारपीट तक कर लेते हैं।
यात्रियों का आरोप है कि चालकों और परिचालकों को मुफ्त खाना खिलाया जाता है जबकि यात्रियों से इसके बदले डेढ़ से दोगुने तक दाम वसूल किए जाते हैं। लेकिन इनकी पहुुंच और रसूख के आगे विभागीय अधिकारी इन पर हाथ डालने से कतराते हैं। यहीं कारण हैं कि इनके हौसले खासे बुलंद हैं और आए दिन यात्रियों से बदसलूकी करना इनका शगल बन चुका है।