मांगों के समर्थन में लामबंद होकर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
बलरामपुर।
21 सूत्री मांगों को लेकर परिषदीय स्कूलों के शिक्षक लामबंद हो गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जिले के भर के शिक्षकों ने मंगलवार को प्रदर्शन कर विरोध जताया। जिले के सभी नौ ब्लॉकों पर प्रदर्शन कर शिक्षकों ने आक्रोश जताया। धरना-प्रदर्शन करने के बाद शिक्षकों ने ब्लॉक नेतृत्व के माध्यम से मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजा है। मांगे पूरी न होने पर शिक्षकों ने भविष्य में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ज्ञान सागर पाठक के नेतृत्व में सदर शिक्षा क्षेत्र के शिक्षकों ने ब्लॉक संसाधन केंद्र सेखुई कला में धरना-प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के सभी नौ ब्लॉकों में आंदोलन किया गया। जिले के सभी शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की है। संयुक्त मंत्री शिव कुमार सोनी ने प्रदेश सरकार की हठधर्मिता पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों की जायज मांग को नहीं मानती है तो हम सब एकजुट होकर आने वाले समय में उग्र विरोध कर सरकार की हठधर्मिता जन-जन तक पहुंचाएंगे। पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष कमरुद्दीन अंसारी ने कहा कि सभी मांगे विद्यालय में एक छत के नीचे कार्य करने वाले कर्मचारियों का है जिसकी लड़ाई लड़ी जाएगी। पचपेड़वा ब्लाक में प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष राज कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में शिक्षकों ने 21 सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी की।
इस मौके पर मो. अकरम खां, मुक्तिनाथ मौर्य, सदरुद्दीन, सौरभ पांडेय, संदीप सिंह, अजीत यादव, विनय कुमार, समीउल्ला, सुभाष यादव, चेतराम व मनोज कुमार विश्वकर्मा सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे। प्राथमिक शिक्षक संघ सदर ब्लॉक संयोजक पंकज सिंह, बुद्धि सागर शुक्ल, निगम पांडेय, सह संयोजक राकेश मिश्र, आलोक मणि पांडेय, अरुण शुक्ल, सुरेंद्र वर्मा, राजेश श्रीवास्तव , अनूप अग्रवाल, राम समुझ यादव, मनोज सैनी, प्रदीप पासवान, पूनम रानी सिंह, अनिल मिश्र, स्वाती पांडेय, अनूप तिवारी, दिवाकर श्रीवास्तव, लाल प्रताप सिंह, गौरव सिंह, रचना गुप्ता, विजय कुमार पांडेय, शालिनी, सतपाल सिंह व दिलीप कुुमार आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं ने संबोधित कर आरपार की लड़ाई का ऐलान किया।