सभी केंद्रों पर सन्नाटा, पहले दिन नहीं धान की बोहनी
बलरामपुर।
जिले के सभी 33 धान क्रय केंद्रों पर सोमवार को सन्नाटा पसरा रहा। कई क्रय केंद्रों पर ताले भी लटकते पाए गए। पहले दिन जिले में धान खरीद की बोहनी नहीं हो सकी है। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी कार्यालय में अब तक 1500 किसानों ने धान बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।
धान बेचने के लिए 150 किसानों ने संपर्क किया है। नमी के चलते धान नहीं बेचने नहीं लाए। बीते दिनों तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश के चलते धान तैयार होने में देरी हो रही है। अगले एक सप्ताह तक धान फसल तैयार होने में समय लगने की संभावना जताई जा रही है। अमर उजाला टीम की पड़ताल में खुलासा हुआ है।
मंडी यार्ड भगवतीगंज के दोनों क्रय केंद्रों पर धान की बोहनी नहीं हो सकी। दोनों क्रय केंद्रों के प्रभारी किसानों के आने का दिनभर धान बेचने वाले किसानों का इंतजार करते रहे। इस दौरान दोनों केंद्रों पर कई किसान बिना धान लिए हुए आए और कहा कि अधिक मात्रा में अभी धान तैयार नहीं है और धान में नमी भी है।
इसी तरह से तुलसीपुर तहसील के धान क्रय केंद्र बेलीखुर्द व प्रेमनगर खुला मिला। केंद्र प्रभारी इंद्रमणि द्विवेदी व ज्ञानेंद्र मणि तिवारी ने बताया कि पहले दिन एक भी किसान धान बेचने नहीं आए। पीसीएफ के धान क्रय केंद्र अधीनपुर रेहरा बाजार में ताला लटकता मिला।
गैड़ास बुजुर्ग ब्लॉक के धान क्रय केंद्र परसिया के प्रभारी सुधीर कुमार शुक्ल पड़ताल के दौरान उपस्थित मिले। कहा कि अभी तक केंद्र पर बोरे नहीं आए हैं। पहले दिन कोई भी किसान धान बेचने नहीं आया है।
क्रय केंद्र गैड़ास बुजुर्ग के प्रभारी नंद कुमार ने भी बताया कि पहले दिन धान की बोहनी नहीं हुई है। बातीचीत के दौरान किसान बलदेव, शिव प्रसाद, शिवकुमार व विन्देश्वरी आदि ने बताया कि बीते दिनों तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश के चलते धान तैयार होने में समय लगा रहा है।
धान तैयार होने के बाद नमी है जिसे सुखाया जा रहा है। अगले एक सप्ताह तक धान तैयार होने में समय लग सकता है। डिप्टी आरएमओ नरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि जिले के सभी क्रय केंद्रों पर तैनात प्रभारियों को 550 गांठ बोरे, इलेक्ट्रानिक कांटा व धान साफ करने वाली मशीन आदि संसाधनों को उपलब्ध करा दिया गया है।
28 फरवरी 2022 तक चारों क्रय एजेंसियों को 20900 एमटी धान खरीदने का लक्ष्य दे दिया गया है। निर्धारित समय में खाद्य विभाग को 3000, पीसीएफ को 8000 एमटी, यूपीएसएस को 9500 एमटी व भारतीय खाद्य निगम को 400 एमटी धान खरीद करनी है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में राजकीय केंद्रों पर निर्धारित समर्थन मूल्य कॉमन धान 1940 रुपये व ग्रेड-ए धान 1960 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद कर आरटीजीएस के माध्यम से बैंक खातों में भुगतान किए जाएंगे। खाद्य विभाग के पोर्टल पर जिले के 1500 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण करा लिया है। जिले के सभी 33 क्रय केंद्रों पर 150 से अधिक किसानों ने पहले दिन धान बेचने के लिए संपर्क किया है।
नमी के चलते किसान क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए नहीं लाएं हैं। जिले के सभी नौ ब्लॉकों में खाद्य विभाग के आठ, पीसीएफ व यूपीएसएस के 12-12 और भारतीय खाद्य निगम के एक क्रय केंद्र पर किसानों से धान खरीदे जाएंगे। सभी क्रय केंद्रों पर खरीदे गए धान की कुटाई कराने के लिए पांच मिलर्स मां अंबे इंडस्ट्री, कमालुद्दीन एंड कंपनी, गणेश प्रसाद जमुना प्रसाद व पंकज राइस मिल को जिम्मा सौंपा गया है।