जर्जर सड़कों पर नहीं ध्यान, हादसों में जा रही जान
जिले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसकी जिम्मेदार जिले की कई सड़कें भी हैं। सड़कों की बनावट में खामी, डिवाइडर का अभाव और सड़कों के जर्जर हालात भी हादसों को निमंत्रण देते हैं। करीब 15 ऐसे ब्लैक स्पाट हैं, जहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। वजह उस स्पाट पर सड़कों की बनावट गड़बड़ है। ब्लैक स्पाट सहित अन्य क्षतिग्रस्त सड़कों के सुधार के लिए कार्रवाई तो होती है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। -जिले के सभी नौ विकास खंडों में खस्ताहाल सड़कें आए दिन दुर्घटना का सबब बन रहीं हैं। इसमें नगर की सड़कें भी अछूती नहीं है। जिला नगरीय विकास अभिकरण से शहर में सड़कों का जाल तो बिछाया गया, लेकिन सतह बराबर न होने से उनके कट के कारण दुर्घटनाएं होती हैं। सड़क किनारे खड़े ट्रक, ट्राले आए दिन दुर्घटना का कारण बनते हैं। बावजूद इसके अफसर तमाशबीन बने हैं।
दुर्घटना का सबब बन रहीं जर्जर सड़कें : -मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान के बावजूद सड़कों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। सड़कों पर हुए अनगिनत गड्ढों से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। सादुल्लाहनगर क्षेत्र के कोटवा दरगाह से रामपुर अरना बाजार को जाने वाली सड़क जर्जर है। राहगीरों को आवागमन में दुर्घटना का दंश झेलना पड़ रहा है। हरैया सतघरवा क्षेत्र के हरिहरगंज-बनकटवा मार्ग से बनघुसरी गांव को जाने वाली 600 मीटर लंबी सड़क पर जगह-जगह गिट्टियां उजड़ चुकी है। नुकीले पत्थरों में फंसकर राहगीर चोटिल हो रहे हैं। गौरा चौराहा क्षेत्र के बिरतिहा संपर्क मार्ग बदहाल है। गिट्टियां दुर्घटना का सबब बनी हुई है। इसी रास्ते पर प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का आवागमन होता है।
ली जाएगी जानकारी :
-अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष का कहना है कि सड़क निर्माण व मरम्मत में खर्ज हुए बजट की जानकारी लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं से ली जाएगी। बदहाल सड़कों को दुरुस्त कराया जाएगा।