आरोग्य मेले में इलाज नहीं लापरवाही का दर्द
बलरामपुर हरिहरगंज में गायब डाक्टरखेलते दिखे कर्मचारी सीएमओ बोले तय होगी जिम्मेदारी।
बलरामपुर।
जिले में 24 स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में पीड़ितों का दर्द दूर कर उन्हें राहत देना था, लेकिन चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही ने छुट्टी में भी निश्शुल्क इलाज के सपने पर पानी फेर दिया। मेले में लगे डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मी अब ड्यूटी का कोरम पूरा कर रहे हैं। दोपहर बाद ही एलोपैथ के कई डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी गायब मिले। जो थे भी वह मोबाइल पर गेम खेलते नजर आए। ऐसे में मरीजों को बीमारी के अलावा लापरवाही के दर्द से भी रूबरू होना पड़ा। यही नहीं अन्य योजनाओं के काउंटर भी नहीं दिखे। इससे उनका लाभ लेने से भी तीमारदार वंचित रहे। नगर से सटे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जोकहिया में डा.जगमोहन प्रजापति व डा.एनके पाठक मरीजों का इंतजार करते दिखे। यहां दोपहर एक बजे तक केवल 16 मरीज आए थे।। मौके पर पहुंचे जिला क्षय रोग अधिकारी डा.संजीवन लाल को बताया गया कि 16 मरीजों में केवल तीन लोगों की बलगम जांच कराई जानी है। इसी तरह अन्य अस्पतालों में मरीजों का अभाव दिखा।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरिहरगंज में 1.45 बजे मरीजों की भीड़ रही। यहां डा.नवीन वर्मा व डा. रेनू सिंह का मौजूद नहीं मिली। अन्य दो स्वास्थ्य कर्मी एक कमरे में बैठकर गेम खेलते दिखे। वार्डब्वाय संजीव कुमार व मदन गोपाल पर्चा काट रहे थे। होम्योपैथ के डा.एसपी शुक्ल मरीजों का दर्द सुनकर उन्हें चिकित्सीय परामर्श दे रहे थे। होम्योपैथ के फार्मासिस्ट संजय कुमार ने मरीजों को दवाएं बांटी। मरीजों ने बताया कि अन्य डाक्टर न होने के चलते उन्हें मजबूर होकर होम्योपैथ डाक्टर से ही इलाज कराना पड़ा। उतरौला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरा एकडंगा में बेटाडीन, गर्भनिरोधक गोलियां, विटामिन ए व मल्टीविटामिन दवाओं का अभाव रहा। गोल्डन कार्ड बनाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। एक बजे तक 18 मरीज ही आए थे।
1492 लोगों के इलाज का दावा :
सीएमओ डा. सुशील कुमार का कहना है कि आरोग्य मेले में लापरवाही करने वाले चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के बारे में संबंधित अधीक्षक से जवाब तलब किया जाएगा। 1492 लोगों का इलाज किया गया है।
![ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।](https://www.crimeweek.in/wp-content/uploads/2021/08/IMG-20210712-WA0152-1.jpg)