गोरखपुर रैली में बसों के जाने से भटकते रहे यात्री
बलरामपुर।
गोरखपुर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली ने जिलेवासियों को ही पैदल कर दिया। मंगलवार को रैली में शामिल होने के लिए अधिकांश बसें व अन्य वाहन चले गए। ऐसे में, यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। घर व कार्यालय पहुंचने के लिए बेबस यात्री सड़क किनारे खड़े घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें एक अदद वाहन नहीं मिल पाया। वाहन मिले भी उनमें सवारियों को भूसे की तरह भरकर मनमाना किराया वसूला।
गोरखपुर रैली में परिवहन निगम की 40 बसें भेजी गई। साथ ही निजी बसें भी मंगा ली गई। ऐसे में सुबह से ही वाहनों की किल्लत शुरू हो गई। तुलसीपुर जाने के लिए एमपीपी इंटर कालेज के सामने छात्र-छात्राओं समेत अन्य यात्रियों की भारी भीड़ रही। बस का इंतजार कर रहे रोहित ने बताया कि दो घंटे से कोई जीप व बस नहीं मिली है। छात्रा शकुंतला का कहना था कि सबसे अधिक परेशानी छात्राओं को हुई जो घंटों इंतजार करती रहीं।
आंबडेकर चौराहे, वीर विनय चौराहे पर गोंडा के यात्री टैक्सी की पायदान पर लटक कर गंतव्य के लिए रवाना हुए। भगवतीगंज चौराहा पर उतरौला जाने के लिए महिलाओं व बच्चों की भीड़ रही। झारखंडी के निकट बहराइच जाने वाले यात्री टैंपो व टैक्सी के लिए परेशान दिखे। एआरटीओ अरविद कुमार यादव ने बताया कि रैली में वाहन चले जाने के कारण यात्रियों को थोड़ी बहुत परेशानी हुई। वाहनों के लौटते ही समस्या दूर हो जाएगी
धरना देने चले गए कर्मी, लौटे यात्री:
बसें न होने के चलते अधिकांश रोडवेज कर्मी देवी पाटन मंडल मुख्यालय पर धरना देने चले गए। रोडवेज संयुक्त परिषद के मंत्री सुशील मिश्र ने बताया कि क्षेत्रीय अध्यक्ष शमशाद अहमद की अगुवाई में 50 चालक-परिचालकों ने धरने में हिस्सा लिया।
एआरएम वीके वर्मा ने बताया कि रैली में बसें जाने के कारण परेशानी हुई है, लेकिन वहां से बसों के लौटते ही संबंधित मार्ग पर संचालन कराया जाएगा।