बलरामपुर

फिर अतिक्रमण की मकड़ीजाल में उलझने लगा शहर, सात लाख आबादी प्रभावित

बलरामपुर।

सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के आने पर शहर जो अतिक्रमण मुक्त हुआ था वह फिर अतिक्रमण के मकड़जाल में उलझने लगा है। अतिक्रमण ने शहर की सड़कों को फिर कब्जा कर लिया है।

आलम यह है कि प्रमुख सड़कों पर पैदल चलने की भी जगह नहीं बचती। तहसील की करीब सात लाख आबादी जो किसी न किसी काम से प्रतिदिन शहर आती है अतिक्रमण के चलते जाम में घंटो जूझने पर विवश है। सुबह, दोपहर या फिर शाम हर वक्त जाम की समस्या नगर में बनी रहती है।

नगर के प्रमुख वीर विनय चौराहा ही अतिक्रमण की चपेट में है। चौराहे का चौक रोड हो या फिर बहराइच रोड अतिक्रमण के चलते बुरा हाल है। दुकानदार सड़कों पर सामान लगा लेते हैं।
इसके आगे वाहन खड़े किए जाते हैं। इसके चलते सड़कें सिमट जाती हैं और पैदल चलने तक का भी रास्ता नहीं बचता।

यही हाल सब्जी मंडी, चौक बाजार, मेजर चौराहा जाने वाली सड़क, बर्तन बाजार व भगवतीगंज चौराहे के आस-पास का भी है। चौक बाजार जाने वाले मार्ग पर सब्जी मंडी के पास हालात बेहद खराब रहते हैं। यहां सड़क पर मोटरसाइकिलें खड़ी हो जाने से अतिक्रमण हो जाता है।

शहर के मार्केट में वाहनों के पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। दुकानदारों और ग्राहकों के वाहन दुकानों के बाहर और सड़क की पटरियों पर खड़े रहते हैं। ऐसे में सड़कों पर अतिक्रमण होता है तथा यातायात बाधित होने से जाम की समस्या का राहगीरों और नागरिकों को सामना करना पड़ता है

नगर में अतिक्रमण के खिलाफ कभी-कभार ही अभियान चलता है। प्रशासनिक अधिकारी थोड़ी दूरी तक अतिक्रमण हटवाकर खानापूर्ति कर देते हैं। इसके बाद दुकानदार फिर से अतिक्रमण कर लेते हैं। नगर में लंबे समय से अतिक्रमण को लेकर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।

ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।
ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।

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