ओमिक्रॉन को लेकर पांच अस्पतालों में हुआ मॉकड्रिल
बलरामपुर।
कोविड-19 के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम के लिए अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की परख की जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को संयुक्त जिला अस्पताल सहित जिले के पांच अस्पतालों में मॉकड्रिल कर स्वास्थ्य सुविधाओं की परख की गई। कोरोना मरीज आने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करने तथा इलाज के लिए संसाधनों के इस्तेमाल का पूर्वाभ्यास किया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अस्पतालों में मॉकड्रिल का निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
ओमिक्रॉन व कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर शुक्रवार को जिला संयुक्त चिकित्सालय, सीएचसी श्रीदत्तगंज, सीएचसी उतरौला, सीएचसी नंदनगर खजुरिया एवं सीएचसी तुलसीपुर में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया।
मॉकड्रिल के दौरान सभी अस्पतालों में कोरोना मरीज के आने पर उसे एंबुलेंस से उतारने, वार्ड में भर्ती करनेे, इलाज के लिए वेंटीलेटर व ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि का उपयोग करने तथा दवा आदि देने का पूर्वाभ्यास किया गया।
मरीजों की देखभाल के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को किस तरह खुद को संक्रमण से बचना है इसका तरीका भी बताया गया। संयुक्त जिला चिकित्सालय में संयुक्त निदेशक कार्मिक डा. राज कुमार ने मॉकड्रिल का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं की परख की।
इस दौरान उन्होंने अस्पताल में संचालित बीएसएल-2 लैब का जायजा भी लिया। संयुक्त निदेशक ने गांवों में कोरोना को लेकर सक्रियता परखने के लिए जेल रोड व कलवारी गांव में निगरानी समितियों के पास उपलब्ध संसाधनों की भी जानकारी ली।
दवाएं कम होने पर तुरंत दवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
इसी तरह एसीएमओ डा. एके सिंघल ने सीएचसी नंदनगर खजुरिया, एसीएमओ डा. बीपी सिंह ने सीएचसी तुलसीपुर, एसीएमओ डा. एसके श्रीवास्तव ने सीएचसी श्रीदत्तगंज एवं एसीएमओ डा. जय प्रकाश ने सीएचसी उतरौला में मॉकड्रिल का निरीक्षण करते हुए तैयारियों का जायजा लिया।