विदेशी आक्रांता एवं विधर्मी सरकारों ने पहुंचाया देश को नुकसान
बलरामपुर।
प्राकृृतिक संपदा, धार्मिक एकता एवं समृद्ध संस्कृति के चलते भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। यहां की धरती अनाज के रूप में सोना उगलती थी। विदेशी हमलावरों के साथ विधर्मी सरकारों ने हमारी धार्मिक एकता एवं संस्कृति को नष्ट कर देश को काफी नुकसान पहुंचाया।
ये बातें सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता व समाजसेवी सुबुही खान ने मंगलवार को नगर के बड़े परेड ग्राउंड में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा आयोजित आजादी अमृत महोत्सव समापन के दौरान कही। संबोधन से पहले सभी लोगों ने भारत माता की आरती कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि चारों वेद बताते हैं कि हमारे मन में परमात्मा वास करते हैं।
यदि सभी लोग चारों वेदों का अनुसरण करते हुए उसके अनुसार कार्य करें तो हमारा देश एक बार फिर विश्व गुरू बन सकता है। विदेशी हमलावरों ने लंबे समय तक भारत को गुलाम बनाए रखने के लिए हमारी संस्कृति के साथ शिक्षा व न्याय पद्धति और इतिहास को बदलने का काम किया और हमारे ध्यान केंद्र व मंदिरों को ध्वस्त भी किया।
स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग व बलिदान से देश को आजादी तो मिल गई लेकिन विधर्मी सरकारों के चलते देश के सच्चे नायकों को उचित सम्मान नहीं मिल पाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हनुमान गढ़ी मंदिर बलरामपुर के महंत महेंद्र दास जी महराज ने कहा कि अयोध्या में जन्मे भगवान राम ने पूरी दुनिया को जो आदर्श दिया वह आज भी अनुकरणीय है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बलरामपुर राज परिवार के जयेंद्र प्रताप सिंह ने देश की आजादी में प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों को नमन किया।
बच्चों ने देश भक्ति गीत गाकर एवं मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन लेफ्टिनेंट देवेंद्र कुमार चौहान एवं डॉ. राकेश चंद्र श्रीवास्तव ने किया। राज्य मंत्री पल्टूराम, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल, गैसड़ी विधायक शैलेश कुमार सिंह, समाजसेवी धीरेंद्र प्रताप सिंह, सर्वेश कुमार सिंह, आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी गंगा सिंह, विभाग प्रचारक सुरजीत, जिला प्रचारक अनिल, कार्यक्रम संयोजक गणेश प्रताप, सह संयोजक मनीष कुमार व भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह सहित तमाम विद्यालयों के बच्चे मौजूद रहे।