सहकारी समितियों पर बिकेगी जेनरिक दवाएं
बलरामपुर।
शहर की दो व ग्रामीण क्षेत्र की 11 सहकारी समितियों ने आय बढ़ाने के लिए जेनरिक दवाएं बेचने की तैयारी की है। भगवतीगंज स्थित क्रय विक्रय समिति को गोदाम बनाया जाएगा। यहां से शहर से सटी अन्य सहकारी समितियों को दवाएं भेजकर उनकी बिक्री कराई जाएगी। इससे लोगों को जहां महंगी दवाएं खरीदने से निजात मिलेगी। वहीं समितियों की भी आय बढ़ेगी।
संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक ग्राम गोदाम सहकारिता ने न्यूनतम 300 वर्ग फीट व अधिकतम 500 वर्ग फीट एरिया वाले शहरी व अर्द्ध शहरी सहकारी समितियों की सूची मांगी थी। इस पर सेखुई कला स्थित क्षेत्रीय सहकारी समिति व भगवतीगंज स्थित क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड, क्षेत्रीय सहकारी समिति श्रीनगर, साधन सहकारी समिति शिवपुरा, किसान सेवा सहकारी समिति गैंसड़ी, किसान सेवा सहकारी समिति जमुनीखुर्द, लैंपस सोनगढ़ा, किसान सेवा सहकारी समिति तुलसीपुर, साधन सहकारी समिति प्रेमनगर, क्रय विक्रय समिति तुलसीपुर, क्षेत्रीय सहकारी समिति हरखड़ी, लैंपस भोखर भिठवा व क्रय विक्रय समिति उतरौला की सूची भेजी गई है।
जेनरिक दवाए ब्रांडेड के ही समान होती हैं, लेकिन इनकी ब्राडिग व मार्केटिग न होने से मेडिकल स्टोर संचालक इसे बेचने में कम रुचि लेते हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसके वर्मा कहते हैं कि जब ब्रांडेड दवाओं का साल्ट मिश्रण व उत्पादन से एकाधिकार समाप्त हो जाता है तब उसी के फार्मूले और साल्ट के प्रयोग से जेनरिक दवाएं बनाई जाती हैं। जेनरिक दवाएं न मिलने की वजह से तीमारदारों को मजबूर होकर ब्रांडेड दवाएं खरीदनी पड़ती थी। साधन सहकारी समितियों में जेनरिक मेडिकल स्टोर से यह समस्या दूर हो जाएगी। सहायक आयुक्त सहकारी समितियां अमरेश मणि तिवारी का कहना है कि समितियों पर जेनरिक मेडिकल स्टोर खुलने से सहकारी समितियों की आमदनी बढ़ेगी। दवाओं की बिक्री के लिए प्रशिक्षित कर्मियों को लगाया जाएगा।