एक माह बाद खुले विद्यालय, छात्रों में खुशी
बलरामपुर।
कोरोना महामारी के चलते करीब एक माह से बंद विद्यालयों के खुलने से छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर दौड़ गई। ऑफलाइन क्लास से पढ़ाई कराकर कोर्स पूरा कराने की चुनौती है। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पढ़ाने का सुझाव दिया गया है।
डीआईओएस गोविंद राम ने सोमवार को बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर करीब एक माह पहले छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन क्लास शुरू की गई थी। कोरोना की रफ्तार में कमी आने के बाद कक्षा 9 से 12 तक के सभी विद्यालयों को खोलने का सुझाव दिया गया है। जिले में 154 माध्यमिक, 16 सीबीएसई व तीन आईसीएसई बोर्ड के विद्यालयों का संचालन हो रहा है।
पॉयनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज के प्रबंध निदेशक डॉ. एमपी तिवारी ने बताया कि बच्चों, शिक्षकों व अन्य स्टॉफ की तरफ से कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। कक्षा 9 से 12 तक के सभी बच्चों की पढ़ाई शुरू करा दी गई है। शिक्षकों को ऑफलाइन क्लास से कोर्स पूरा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विद्यार्थियों की ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन क्लास भी चलेगी। ऑफलाइन क्लास के दौरान सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा।
जीसस एंड मैरी स्कूल एंड कॉलेज की प्रधानाचार्य के. बटरफील्ड ने बताया कि कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को कोरोना प्रोटोकॉल की गाइडलाइन का पालन करते हुए ऑफलाइन क्लास में पढ़ाया गया है।
शारदा पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. नितिन शर्मा ने भी कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शुरू कराई। प्रधानाचार्य केपी यादव, कैप्टन जीपी तिवारी, केके सरोज व अशोक कुमार पांडेय आदि ने बताया कि विद्यालयों के खुलने से बच्चों की पढ़ाई शुरू हो गई। समय से कोर्स पूरा कराने के लिए सभी शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।