मामा के घर की यात्रा साबित हुई अंतिम यात्रा
बलरामपुर।
सीरिया के तट पर दो सगे भाइयों की एक साथ अंत्येष्टि ने समूचे नगर की आंखें नम कर दीं। दोनों भाई एक दूसरे के विचारों से इतना सहमत थे कि सभी एक दूसरे का दिल खोलकर हाथ बंटाते थे। हरिद्वार में रहने वाले मामा के घर में तेरहवीं में शामिल होने के लिए अपनी मां, भाई और दोस्त के साथ निकले हिदू महासभा के प्रदेश महामंत्री राहुल पाल उर्फ गोल्डी को क्या पता था कि मामा के यहां की यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा साबित होगी। उनके भाई शुभांकर व मित्र जावेद ने शायद गोल्डी से हंसी में ही कही हो, लेकिन साथ में जीने-मरने की कसम निभा दी। तीनों की एक साथ इस दुर्घटना में मौत हो गई।
गोल्डी ने अपने मेहनत के बल पर जल्द ही शोहरत पा ली थी। उसका भाई शुभांकर दिल्ली में रहकर फैशन डिजाइनर का काम कर रहा था। उसके बड़े भाई मयंकर पाल पशु चिकित्सा केंद्र तुलसीपुर में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात हैं। वह चार भाई थे, जिनमें एक भाई की मौत बहुत पहले हो चुकी थी। गोल्डी ने अपने परिवार के साथ बहुत बड़े सपने देखे थे। पड़ोसियों ने बताया कि अभी एक साल पहले गोल्डी की शादी हुई थी। अपने छोटे भाई शुभांकर से उनकी खूब बनती थी। कुछ दिन पहले वह दिल्ली से तुलसीपुर आया था। पूरे परिवार ने साथ में मामा के यहां जाने की योजना बनाई थी। जावेद और गोल्डी की दोस्ती की चर्चा पूरे नगर में है। जावेद के परिवारजन बताते हैं कि गोल्डी के बुलावे पर जावेद कभी कुछ सोचता नहीं था। दोनों की दोस्ती मरते दम तक कायम रही। जावेद तहसील के सामने कंप्यूटर की दुकान चला रहा था। जिस स्कार्पियो वाहन से दुर्घटना हुई है, उसे कुछ महीने पहले गोल्डी ने खरीदा था। शुभांकर की शादी नहीं हुई थी। गोल्डी की पत्नी दहाड़े मार कर रो रही है। वह भी हरिद्वार जाने वाली थी, लेकिन किसी काम से लखनऊ वाहन से उतर गई थी। यही सोचकर जोर-जोर से रोकर कहती है कि काश हम भी साथ होते। हमें अकेले छोड़कर क्यों चले गए। उसकी आवाज सुनकर वहां सांत्वना के लिए आई महिलाओं की भी आंखें नम हो जाती हैं। गोल्डी का बड़ा परिवार एक झटके में अब बस कुछ सदस्यों का बचा है।
सगे भाइयों व मित्र का शव नगर में पहुंचते ही मचा कोहराम:
नगर निवासी सगे भाइयों राहुल पाल उर्फ गोल्डी, शुभांकर पाल व पारिवारिक दोस्त जावेद का शव मंगलवार को पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिवारजन दहाड़ें मारकर रोने लगे। इस हृदय विदारक घटना से समूचा नगर शोकाकुल हो उठा। मृतकों के घर पहुंचकर नगरवासी शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने का प्रयास करते रहे। करीब 11 बजे उनकी अंत्येष्टि की गई। सभी लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। सोमवार को मां कुसुम पाल, भाई शुभांकर पाल व मित्र जावेद खान के साथ हरिद्वार जा रहे हिदू महासभा के प्रदेश महामंत्री राहुल पाल उर्फ गोल्डी का निजी वाहन नजीबाबाद जिले के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वाहन गोल्डी का मित्र जावेद चला रहा था। दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी। मां कुसुम पाल का इलाज मेरठ के एक अस्पताल में चल रहा है। गोल्डी के नाम से मशहूर राहुल पाल की मौत की खबर सुन नगरवासी व क़रीबियों को विश्वास नहीं हो रहा था। शव पहुंचते ही आवास पर मातम पसर गया। देवीपाटन मंदिर के महंत मिथलेश नाथ योगी ने मंदिर से जुड़े रहे राहुल पाल उर्फ गोल्डी व उनके परिवार की मदद के लिए बुलंदशहर में संगठन के कार्यकर्ताओं को मौके पर भेजा था।