गुणवत्तापूर्ण भोजन परोसने में शिक्षकों को करनी पड़ रही मशक्कत
बलरामपुर।
परिषदीय स्कूलों में नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। वजह, कनवर्जन कास्ट में बढ़ोतरी न होने से अध्यापक मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं बनवा रहे हैं। शिक्षक महंगाई की दुहाई देकर जैसे-तैसे नौनिहालों की दाल-रोटी चला रहे हैं। अधिकारियों को मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता परखने की फुरसत नहीं है। ऐसे में अधिकांश स्कूलों में नौनिहालों को भरपेट भोजन तक नसीब नहीं हो पा रहा है।
रेहराबाजार के कंपोजिट विद्यालय सादुल्लाहनगर में 397 में से 264 छात्र उपस्थित मिले। प्रधानाध्यापक अरशद अब्बासी ने बताया कि एक अप्रैल 2020 से प्राथमिक में प्रति छात्र 4.97 व उच्च प्राथमिक 7.45 रुपये की दर से कनवर्जन कास्ट मिल रहा है। गुणवत्ता में कमी न करने पर दाल, मसाला, तेल, दूध पर डेढ़ गुना खर्च करना पड़ता है। ²श्य दो : समय 12 बजे। प्राथमिक विद्यालय गूमा फात्माजोत में 208 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। 150 छात्र उपस्थित थे। प्रधानाध्यापक शहला खान ने बताया कि खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ गए हैं। इससे मध्याह्न भोजन का खर्च भी बढ़ गया है। कनवर्जन कास्ट में बढ़ोतरी होनी चाहिए।