बलरामपुर

बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने कार्ययोजना की तैयार

 

बलरामपुर।

बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार कर विभागीय अफसरों को जिम्मा सौंप दिया है। राजस्व, स्वास्थ्य व पुलिस समेत अन्य विभागीय कर्मचारियों का ड्यूटी चार्ट तैयार कर अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। जिले के तीनों तहसीलों में 31 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। इसके अलावा 19 राहत केंद्र भी बनाए गए हैं।

डीएम श्रुति ने शुक्रवार को बताया कि बाढ़ आपदा से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं। सदर तहसील में 12, तुलसीपुर तहसील में छह व उतरौला तहसील में 13 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। सदर तहसील में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सात, उतरौला में पांच व तुलसीपुर में सात राहत केंद्र भी बनाए गए हैं। बाढ़ की स्थिति में राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, पंचायती राज, खाद्य व रसद, आईसीडीएस, बेसिक शिक्षा और बाढ़ खंड के अधिकारियों व कर्मचारियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगा दी गई है।

बताया कि सदर तहसील में आठ, उतरौला में 10 व तुलसीपुर में आठ निजी नावों की व्यवस्था करा दी गई है। नावों को चलाने के लिए तीनों तहसीलों में 48 नाविकों को सूचीबद्ध किया गया है, जोकि आपात स्थिति में बचाव कार्य में लगाए जाएंगे। दो गोताखोर सूचीबद्ध किए गए हैं।
तटबंध सुरक्षा को सख्त निर्देश
बलरामपुर-भड़रिया तटबंध, एमएलटीजी तटबंध, करमहना तटबंध, करमहना रिटायर्ड तटबंध, चौहत्तरखुर्द सुरक्षा तटबंध, पिपरहिया जमुनी तटबंध, खरझार तटबंध, इमिलिया खादर तटबंध, फरूहवा तटबंध, रामनगर तटबंध, बिलोहा बनकसिया तटबंध, करमहना भोजपुर तटबंध, भगवानपुर तटबंध, बेलहा चरनगहिया तटबंध, कोड़री घाट तटबंध, बायां-दायां गाइड बांध, अफलक्स बांध व निर्माणाधीन भोजपुर-शाहपुर तटबंध की सुरक्षा के लिए बाढ़ खंड के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। 11 बाढ़ परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।
सुरक्षा की दृष्टि से तटबंधों पर 17 स्थल, नदी के किनारे तटबंध नहीं हैं, वहां 13 स्थल और पहाड़ी नालों के पांच कटान वाले स्थलों को चिह्नित किया गया है। सदर तहसील के कल्यानपुर गांव के बाढ़ प्रभावित 66 व्यक्तियों को विस्थापित किए जाने की कार्ययोजना बनाई गई है।

आपदा मित्रों को किया गया प्रशिक्षित
जिला आपदा विशेषज्ञ अरुण सिंह ने बताया कि बाढ़ के दौरान मदद लेने के लिए 14 स्वयं सेवी संस्थाओं से संपर्क किया गया है। 300 से अधिक आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया गया है। पीडब्ल्यूडी, विद्युत, वन, परिवहन, जल निगम, दूर संचार व पशु चिकित्सा विभाग सहयोग करेंगे। नालों के सफाई का कार्य कराया जा रहा है, जिससे शहरों में जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो। 92 चिकित्सक, 118 पैरामेडिकल स्टॉफ, 357 एएनएम, 1916 आशा सहित 10 मोबाइल चिकित्सा दल बनाए गए हैं। 18 चिकित्सकों, 64 पैरामेडिकल स्टॉफ और 64 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। बाढ़ राहत कार्य में 1398 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भी ड्यूटी लगाई गई है। आगामी सात जुलाई को जिले में चिन्हित पांच स्थानों पर मॉक एक्सरसाइज की जाएगी।

ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।
ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।

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