मजदूर की बेटी कुमकुम बनीं बलरामपुर टॉपर
कहते हैं कि प्रतिभा कभी संसाधनों की मोहताज नहीं होती। ये कहावत गांव की रहने वाली यूपी बोर्ड 10वीं की छात्रा कुमकुम देवी ने चरितार्थ की है। जिसके पिता मजदूरी करते हैं तथा मां परिषदीय विद्यालय में रसोईया हैं। बेटी की इस उपलब्धि पर परिजन ही नहीं बल्कि गांव के लोगों का सिर भी गर्व से ऊंचा हो गया है।
गांव के प्राइमरी तथा जूनियर हाईस्कूल से पढ़ाई करके कुमकुम देवी ने क्षेत्र के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सहजौरा में वर्ष 2020 में कक्षा नौ में प्रवेश लिया। दिन-रात कड़ी मेहनत तथा माता-पिता व गुरुजनों के सहयोग से कुमकुम ने वर्ष 2022 में हाईस्कूल की परीक्षा में 93.63 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। इनके पिता सुरेंद्र कुमार खेतिहर मजदूर हैं। मां गीता देवी गांव के ही कंपोजिट विद्यालय में रसोईया हैं।
कुमकुम ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों के साथ-साथ गांव के प्रधान प्रतिनिधि विजय राम यादव को दिया है। कुमकुम ने बताया कि उनका सपना है कि वह डॉक्टर बनकर दीन-दुखियों की सेवा करें। उनकी इस सफलता से परिजन व गुरुजन के साथ-साथ गांव के लोग भी खुशी से झूम उठे हैं।
गांव के लोगों का कहना है कि बेटी ने ये मुकाम हासिल कर गांव को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कराई है। प्रधान प्रतिनिधि व पूर्व प्रधान विजय राम यादव ने बताया कि कुमकुम की आगे की पढ़ाई का खर्च वह स्वयं वहन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बेटी का सपना पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।