सात सौ किसान मर गए और मोदी कहते हैं तपस्या में कमी रह गई : ओवैसी
रामपुर में आयोजित शोषित वंचित समाज सम्मेलन में एआइएमआइएम पार्टी क
बाराबंकी।
रामपुर में आयोजित शोषित वंचित समाज सम्मेलन में एआइएमआइएम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इधर अनुसूचित जाति, कमजोर और मुस्लिमों पर उत्पीड़न बढ़ा है।
मुस्लिमों को अब सियासी लीडरशिप बनाना जरूरी है। इससे भारत मजबूत होगा, मुस्लिमों को उनका हक मिलेगा।
ओवैसी ने कहा कि मदरसों के शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया, किसानों को खाद नहीं मिली। योगी सरकार किसानों पर भी उत्पीड़न कर रही है। कृषि कानून वापस ले लिया और मोदी ने कहा कि मेरी तपस्या में कोई कमी होगी। हाय मोदी क्या एक्टिग करते हैं, साढ़े सात सौ किसान मर गए, और मोदी कहते है कि तपस्या में कमी रह गई, तपस्या तो वह किसान एक साल से कर रहे थे। तीन सौ सांसद के बलबूते काला कानून बना दिया। किसानों को आतंकवादी तक बना दिया। चुनाव को लेकर मोदी ने कानून वापस कर लिया है। इसी बाराबंकी में हम पर इल्जाम लगा कि जो मस्जिद शहीद कर दिया गया, उस पर बोल दिया तो योगी सरकार ने मुकदमा कर दिया। सपा और कांग्रेस मस्जिद पर नहीं बोले, क्योंकि मस्जिद से इनका कोई मतलब नहीं हैं, मस्जिद हमारी है, इसलिए हमने बोला। सपा और कांग्रेस को सिर्फ मुस्लिमों का वोट चाहिए और उनकी समस्याओं से कोई नाता नहीं है। कहा खासकर मुस्लिमों को पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस उत्पीड़न सहना पड़ रहा है। मुस्लिम युवक को विदेशों में जाकर पैसा कमाने के लिए बनवाए जा रहे पासपोर्ट में एक से लेकर दो हजार रुपये लिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास में बड़े पैमाने पर कमीशन वसूला जाता है। अस्पतालों में मुस्लिम महिलाओं को उचित इलाज नहीं मिल पाता। कुरेशी, बुनकर, अंसारी समाज एवं बेरोजगारों को अपनी पार्टी का नुमाइंदा चुनना पड़ेगा। क्योंकि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम हाशिए पर पहुंच गया है। जैदपुर कस्बे में बड़े पैमाने पर कपड़ा विदेश सप्लाई होता था जो बिल्कुल बंद होने के कगार पर हैं। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद, रामनगर के विधानसभा प्रभारी विकास श्रीवास्तव, अब्दुल्ला हुसैन, शौकत वकार, अहमद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।