बैंकों में रही हड़ताल, 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन बाधित
बाराबंकी।
बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर बृहस्पतिवार को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इससे जिले भर में करीब 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन बाधित रहा।
जबकि लगभग 20 से 25 करोड़ रुपये की चेक क्लीयरिंग के लिए फंस गईं। जानकारी के अभाव में बैंक शाखाओं पर धनराशि जमा और निकालने पहुंचे उपभोक्ताओं को निराश होकर लौटना पड़ा। वहीं बैंक कर्मचारियों ने शहर के क्षेत्रीय आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के सामने प्रदर्शन किया।
केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय कृत बैंकों के निजीकरण के लिए संसद में अध्यादेश लाने के खिलाफ बृहस्पतिवार को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर जिले की सभी 16 बैंकों के लगभग 200 शाखाओं में कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन ठप रहा। लगभग 20 से 25 करोड़ के चेक क्लीरियंस में फंस गए। बैंकिंग सेवाएं पूरी तरह से बाधित रहीं।
बैंक कर्मियों ने शहर के देवा रोड स्थित क्षेत्रीय आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के सामने प्रदर्शन किया।
यूनियन के जिला महामंत्री मोहम्मद शारिक और वरिष्ठ नेता विवेक दीक्षित ने कहा कि बैंक का विनिवेश व निजीकरण करने की योजना बनाई गई है। सरकार बैंकिंग कानून में संशोधन कर राष्ट्रीयकृत बैंकों का शेयर 51 फीसदी से घटाकर 26 फीसदी करने जा रही है। इसे लेकर संसद में अध्यादेश लाने की तैयारी की जा रही है। इससे राष्ट्रीयकृत बैंकों का निजीकरण हो जाएगा।
दोपहर तक खाली हो गए एटीएम
हड़ताल के चलते शहर के एक दर्जन से अधिक एटीएम दोपहर में ही खाली हो गए। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी यही स्थिति देखने को मिली। हड़ताल के दूसरे दिन भी एटीएम में नकदी की समस्या बनी रह सकती है।
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