हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन, बैंक प्रबंधक पर मुकदमा
बाराबंकी।
बैंक से लौटकर जान वाले देने वाले शैलेंद्र की जेब से सुसाइड नोट निकलने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। घर वालों ने शव को हाईवे पर रखकर बैंक प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। एक घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रबंधक पर जान देने के लिए प्रेरित करने का मुकदमा लिखकर मामला शांत कराया।
हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के रौनी गांव के 40 वर्षीय शैलेंद्र कुमार पुत्र रूप नारायण वर्मा मंगलवार को त्रिवेदीगंज शाखा पीएनबी गए थे। यहां से लौटकर शैलेंद्र ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला, जिसमें त्रिवेदीगंज चौराहा स्थित पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक पर सीसी लिमिट कराने के नाम पर 1.60 लाख रुपये लिए थे और एक बीमा भी कर दिया था। यही नहीं साढ़े तीन लाख की छूट दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपये और मांगने और परेशान करने जाने की बात कही है। इससे घर वाले आक्रोशित हो गए और पीएम के बाद शव लाते समय लखनऊ-सुलतानपुर हाईवे पर रखकर जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिवारजन बैंक मैनेजर को मौके पर बुलाने, रिश्वत व बीमा के नाम पर लिया गया पैसा वापस दिलाने और कार्रवाई के साथ मुआवजे की मांग कर रहे थे। प्रभारी निरीक्षक लोनीकटरा रामकिशन राना व पूर्व जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र वर्मा के समझाने व आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। पुलिस ने पीड़ित पिता की तहरीर पर शाखा प्रबंधक पर मुकदमा लिख लिया है। हैदरगढ़ कोतवाल बृजेश सिंह ने बताया कि मुकदमा लिखकर जांच की जा रही है।
बैंक बंदकर भागे कर्मी:
शव रखकर बैंक के सामने प्रदर्शन की योजना की भनक मिलते ही पीएनबी के प्रबंधक सहित पूरा स्टाफ करीब ढाई बजे ही बैंक में ताला बंद कर भाग निकले। कुछ देर बाद शव लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने परिवारजन के साथ मिलकर हाईवे पर जाम लगा दिया।
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