शहर में ठंडे पड़े अलाव,शीतलहरी से कंपकंपाए लोग
बाराबंकी।
शीतलहरी से लोग कंपकंपा उठे हैं। कड़ाके की ठंड के चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है। ठंड इतनी ज्यादा हो रही है कि लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। वहीं दिन में निकलने वाली धूप भी ठंड से राहत नहीं दिला पा रही है। लेकिन जिम्मेदार ठंड के प्रति जरा भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहे हैं जिसके चलते शहर में चिह्नित स्थानों पर जलवाए जाने वाले अलाव भी ठंडे पड़े हैं। जिसके चलते सबसे ज्यादा दिक्कतें दैनिक मजदूरों, रिक्शा और ऑटो चालकों को हो रही हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 14 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, कड़ाके की ठंड से अभी राहत मिलने के आसार नहीं हैं। पिछले कई दिनों से हो रही हांड़कंपाऊ ठंड से लोग परेशान हो उठे हैं। ठंड इतनी ज्यादा हो रही है कि लोगों का घरों से निकलना मुश्किल होता जा रहा है। वहीं सोमवार को दिन भर चली सर्द हवा से लोग बेहाल दिखाई दिए। लोगों का कहना है कि ठंड का यही हाल रहा तो जीना मुश्किल हो जाएगा।
हालांकि दिन में कुछ देर के लिए सूर्यदेव के दर्शन हुए और धूप भी खिली लेकिन वह भी ठंड से राहत नहीं दिला पाई। आरोप है कि जिम्मेदार भी पूरी तरह से लापरवाही दिखा रहे हैं और चिह्नित स्थानों पर अलाव तक नहीं जलवाए जा रहे हैं जहां पर अलाव जल भी रहे थे वह पिछले कई दिनों से ठंडे पड़े हुए हैं। जिससे दैनिक मजदूरों, रिक्शा और ऑटो चालकों को काफी दिक्कतें हो रही हैं और लोग ठंड से बचाव के लिए इधर-उधर भटकते दिखाई दिए।
कड़ाके की ठंड से लोगों को बचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत है। शहर में तीन स्थानों पर रैन बसेरे बनाए गए हैं जहां पर ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम हैं। इसके अलावा जिले में अब तक 7727 लोगों के कंबलों को वितरण कराया जा चुका है तथा 5805 स्थानों पर अलाव जलवाए जा रहे हैं। कड़ाके की ठंड को देखते हुए सभी एसडीएम ओर ईओ को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।
