पीलीभीत

जनपद के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों से आये आम जनमानस ने बॉसुरी महोत्सव का ले रहे हैं आनन्द

बॉसुरी महोत्सव में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता के विजेताओं को मोमेन्टो एवं प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित।

पीलीभीत।

पीलीभीत ड्रमण्ड राजकीय इण्टर कालेज पीलीभीत में आयोजित बॉसुरी महोत्सव के द्वितीय दिन मा0 जनप्रतिनियों, गणमान्य नागरिकों, छात्र/छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता का लुप्त उठाया गया। बॉसुरी महोत्सव में नृत्य प्रतियोगिता (एकल) में विभिन्न विद्यालयों के छात्र/छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। डांस प्रतियोगिता में हर्ष प्रथम, स्वाती मिश्रा द्वितीय एवं अवनिशा त्यागी द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त प्राप्त किया गया। डांस प्रतियोगिता विजेताओं जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा प्रस्तति पत्र व मोमेन्टो प्रदान कर सम्मानित किया गया। गायन प्रतियोगिता (पीलीभीत आइडल) में शिवम पीलीभीत आइडल बने व साथ ही साथ गायन प्रतियोगिता में प्रांजल भारद्वाज भी विजेता रहे। गायन प्रतियोगिता में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ कोषाधिकारी रेनू बौद्ध द्वारा मोमेन्टो व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। फेस पेटिंग प्रतियोगिता में जनपद के विभिन्न विद्यालयों के द्वारा भाग लिया गया। फेस पेटिंग प्रतियोगिता में बेनहर स्कूल की प्रत्युष पाठक प्रथम व अंगरी देवी विद्यालय की छात्रा सोनिका ने प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। फेस पेटिंग प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं को नगर मजिस्ट्रेट डॉ0 राजेश कुमार द्वारा मोमेन्टो प्रदान कर सम्मानित किया गया। बॉसुरी वादक अलका ठाकुर जी द्वारा उपस्थित लोगों को अपनी बॉसुरी की धुनी से आनन्दित किया जा रहा है। शेष कार्यक्रम अपनी समयानुसार सुचारू रूप से संचालित किये जा रहे हैं।

सूचना विभाग के द्वारा रूहेलखण्ड के अमर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों की वीर गाथा एवं उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्ध्यिं से सम्बन्धित मेगा कार्नर में लोगों द्वारा अमर शहीदों की वीरगाथा व सरकार द्वारा संचालित योजनाओं पढ़कर प्रदर्शनी की सराहना की जा रही है।
इसके साथ ही साथ प्रांगण में लगे स्टालों के माध्यम से भी जनपद की सामाजिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, वन एवं वन्य जीव विरासत से आम जनमानस को परिचित कराया जा रहा है।
बॉसुरी महोत्सव को मुख्य उददेश्य गंगा गोमती के प्राकृतिक सौन्दर्य, जनपद की पहचान, प्राचीनतम संस्कृति बॉसुरी वादन का प्रोत्साहन दिया जा रहा है। जनपद की प्राचीनतम संस्कृति एवं कला का प्रतीक बॉसुरी के लिए भी प्रसिद्व है। इसके साथ ही साथ हमारे जनपद में उपलब्ध बॉसुरी कारीगरों को बढ़ावा देने हेतु अधिक से अधिक जोर दिया जा रहा है जिससे की बॉसुरी उद्योग को और अधिक बढ़ावा मिल सके।
आयोजित महोत्सव में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, नगर मजिस्ट्रेट डॉ0 राजेश कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी सहित आला अधिकारी व जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक, पत्रकार बन्धु एवं आम जनमानस उपस्थित रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट- श्री कृष्ण मौर्य।

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