अटल जी की जयंती पर हुए कार्यक्रम
बलरामपुर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जयंती के अवसर पर भाजपा बलरामपुर के तत्वावधान में विविध प्रकार के आयोजन किये गए। इसमें रक्तदान शिविर, संगोष्ठी, कवि सम्मेलन फल वितरण जैसे तमाम कार्यक्रम आयोजित हुए।
सदर विधायक पल्टूराम ने कहा कि देश की अंखडता और एकता के लिए उन्होंने कई कार्य किये राजनीति के वे शलाका पुरुष थे। बलरामपुर उनकी कर्मभूमि थी उनके राजनीतिक कद का फायदा इस जनपद को निरंतर मिलता रहेगा। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता क्षेत्रीय महामंत्री अवध क्षेत्र त्रयंबक तिवारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के गुणवत्ता के गोताखोर थे।
अटल बिहारी वाजपेयी दिल के बहुत बड़े थे उन्होंने कुछ मतों के अंतर से सत्ता छोड़ना उचित समझा। उन्होंने सुशासन की जो लकीर खींची उसकी पूरी दुनिया कायल हैं, वे राजनीति के अजात शत्रु थे पक्ष विपक्ष सभी लोग उनके कायल थे। उक्त अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के सहयोगी रहे गोवर्धन प्रसाद साहू, सोमई प्रसाद, कुद्दू, राम फेरन, दुलीचंद जैन के पुत्र प्रेम जैन, शम्भु नाथ गुप्ता के पुत्र नगर मंडल अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गुप्ता को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने अटल बिहारी वाजपेई को नमन करते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए कार्यक्रम में आये सभी लोगों का धन्यवाद व्यक्त किया। संगोष्ठी को वरिष्ठ भाजपा नेता संजय शर्मा, एडवोकेट कुलदीप सिंह आदि ने सम्बोधित किया। सुशासन दिवस पर अटल भवन पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ जिला प्रभारी त्रयंबक तिवारी, सदर विधायक पल्टूराम ने किया।
इस मौके पर पर जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, सदर विधायक पल्टूराम, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह, अनूप चंद्र गुप्ता, अजय सिंह पिंकू, कार्यक्रम संयोजक जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र तिवारी, जन्मेजय सिंह, आद्या सिंह,राम करन मिश्रा, रमेश जायसवाल,महामंत्री विष्णु देव गुप्ता, रवि कुमार मिश्रा, वरूण सिंह, बिंदु विश्वकर्मा, हरिश्चंद्र गोयल,राम प्रसाद सिंह, सुनीता मिश्रा, अवधेश त्रिपाठी, डीपी सिंह बैस, श्याम मनोहर तिवारी, राजेश वर्मा, ब्लॉक प्रमुख पंकज सिंह, ललिता तिवारी, मंजू तिवारी शिव कुमार द्विवेदी, आदि उपस्थित रहे।