बलरामपुर

बढ़ती जा रही एआरपी की परेशानियां

बलरामपुर।

परिषदीय स्कूलों की जिओ टैगिंग में लगे एआरपी की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। सुबह फोन पर सूचना देने के बाद भी प्रधानाध्यापक जियो टैगिंग के लिए स्कूल का ताला खुलवाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। ऐसे में स्कूल पहुंचने पर एआरपी को घंटो इंतजार करने के बाद बिना काम पूरा किए ही वापस लौटना पड़ता है।

गर्मी की छुट्टियों में बेसिक शिक्षा विभाग स्कूलों की जियो टैगिंग करा रहा है। समेकित शिक्षा के बाद अब इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) को दी गई है। एआरपी का कार्य स्कूल पहुंच वहां उपलब्ध रसोई, शौचालय, बिजली की व्यवस्था, फर्श पर टाइल्स, रंगाई-पुताई, वॉल पेंटिंग, बाउंड्री वॉल व गेट सहित 19 बिंदुओं की स्थिति का विवरण व फोटो पोर्टल पर अपलोड करना है।

ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।
ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।

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