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यूपी : पिता ने की पुत्र की धारदार हथियार से हत्या, 24 घंटे छिपाए रखा शव, सास की तहरीर पर केस दर्ज

सुनील ने दो विवाह किए थे। पहली शादी जैतपुर थाना अंतर्गत किशुनपुर कबिरहा निवासी निशा से हुई थी। उसके डेढ़ वर्ष की पुत्री भी है। बाद में सुनील ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद निशा मायके चली गई। तब से वह वहीं रह रही थी, जबकि दूसरी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई थी।

रिश्ते को तार-तार करते हुए एक पिता ने ही अपने पुत्र की धारदार हथियार से हत्या कर दी। इसके बाद शव को 24 घंटे तक छिपाए रखा। सोमवार देर शाम युवक की दुर्घटना में मौत होने की सूचना ग्रामीणों को दी गई। मंगलवार को सुबह खून से लथपथ युवक के शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी हो ही रही थी कि इसी बीच मौके पर पुलिस पहुंच गई। मृतक की सास की तहरीर पर पुलिस ने पिता के विरुद्ध हत्या करने व साक्ष्य मिटाने समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के गिरैया बाजार निवासी ईश्वरदत्त यादव ने सोमवार देर शाम गांव के कुछ ग्रामीणों को बताया कि उसके पुत्र सुनील (33) की दुर्घटना में मौत हो गई है। इस पर ग्रामीण उसके घर पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर सन्न रह गए। मामला दुर्घटना की बजाय हत्या का प्रतीत हुआ। इस बीच मंगलवार को सुबह ईश्वरदत्त शव के अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर चुका था। ग्रामीणों ने इसी दौरान जानकारी पुलिस को दी। एसओ शंभूनाथ पुलिस टीम के साथ गांव पहुंचे और शव को अभिरक्षा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बाद में जैतपुर थाना अंतर्गत किशुनपुर कबिरहा गांव निवासी मृतक की सास को घटना की जानकारी होते ही वह जहांगीरगंज थाने पहुंचीं और मामले में केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी। उसने ईश्वरदत्त पर ही धारदार हथियार से पुत्र की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर हत्या व साक्ष्य मिटाने समेत विभिन्न धाराओं में ईश्वरदत्त के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया। एसओ ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बताया जाता है कि सुनील ने दो विवाह किए थे। पहली शादी जैतपुर थाना अंतर्गत किशुनपुर कबिरहा निवासी निशा से हुई थी। उसके डेढ़ वर्ष की पुत्री भी है। बाद में सुनील ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद निशा मायके चली गई। तब से वह वहीं रह रही थी, जबकि दूसरी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई थी। पिता-पुत्र में अक्सर विवाद होता रहता था। रविवार की रात को भी विवाद हुआ। इससे नाराज होकर ईश्वरदत्त ने धारदार हथियार से हमला कर सुनील की हत्या कर दी और शव पशुशाला के बगल एक कमरे में छिपा दिया। मंगलवार को सुबह वह शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी में था कि इसी बीच पुलिस पहुंच गई।

ब्यूरो रिपोर्ट- अरविंद मिश्रा।
ब्यूरो रिपोर्ट- अरविंद मिश्रा।

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