बच्चों को कुपोषण एवं बीमारियों से बचाव के लिए जिले में 31 अगस्त तक बाल स्वास्थ्य पोषण माह मनाया जाएगा। इस दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी। विटामिन-ए के सेवन से जहां बच्चों का कुपोषण दूर होगा वहीं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से बीमारियों से भी बचाव होगा।
ये बातें मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार ने सोमवार को अपने कार्यालय के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय समन्वय बैठक को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। इनकी बेहतर देखभाल करना हम सब की जिम्मेदारी है। बच्चे स्वस्थ रहें, इसलिए उनके स्वास्थ्य एवं पोषण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 31 अगस्त तक चलने वाले बाल स्वास्थ्य पोषण माह में नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन-ए की खुराक जरूर दी जाए ताकि उन्हें कमजोरी और कुपोषण से बचाया जा सके।
बलरामपुर। बच्चों को कुपोषण एवं बीमारियों से बचाव के लिए जिले में 31 अगस्त तक बाल स्वास्थ्य पोषण माह मनाया जाएगा। इस दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी। विटामिन-ए के सेवन से जहां बच्चों का कुपोषण दूर होगा वहीं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से बीमारियों से भी बचाव होगा।
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ये बातें मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार ने सोमवार को अपने कार्यालय के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय समन्वय बैठक को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। इनकी बेहतर देखभाल करना हम सब की जिम्मेदारी है। बच्चे स्वस्थ रहें, इसलिए उनके स्वास्थ्य एवं पोषण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 31 अगस्त तक चलने वाले बाल स्वास्थ्य पोषण माह में नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन-ए की खुराक जरूर दी जाए ताकि उन्हें कमजोरी और कुपोषण से बचाया जा सके।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि बच्चों को विटामिन-ए की नौ खुराक देने का प्रावधान है। नौ से 12 माह तक के बच्चों को एमआर प्रथम टीके के साथ आधा चम्मच विटामिन-ए, 16 से 24 माह तक बच्चों को एमआर दूसरे टीके के साथ पूरा चम्मच तथा दो से पांच वर्ष तक के बच्चों को छह-छह माह के अंतराल पर पूरा चम्मच विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि विटामिन-ए से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ ही कोविड से भी बचाव होगा। इससे रतौंधी से भी बचाव होता है। बच्चों को विटामिन-ए का सिरप, ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस एवं शहरी स्वास्थ्य दिवस के मौके पर दिए जाएंगे। विटामिन-ए की खुराक देने के लिए जिले में 3 लाख 69 हजार 51 बच्चों का लक्ष्य रखा गया है।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा ने बताया कि अभियान के दौरान लोगों को आयोडीन युक्त नमक का सेवन करने तथा स्तनपान के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। कुपोषित बच्चों की पहचान कर पोषण पुनर्वास केंद्र के लिए रेफर किया जाएगा। केंद्र पर उनका उपचार करके कुपोषित श्रेणी से बाहर निकाला जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं आईसीडीएस विभाग के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।