गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार
शुक्लागंज इलाके में गंगा उफनाई हुई हैं। निचले इलाकों की बस्ती में कई दिन पहले पानी पहुंच गया था। वहीं शुक्रवार सुबह बैराज बांध से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर गया। जिसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर सभी बाढ़ चौकियां खोली गई और वहां राजस्व कर्मियों की तैनाती की गई।
गुरूवार शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 111.820 मीटर था। शुक्रवार सुबह आठ बजे 111.980 मीटर तक पहुंच गया। जिसके बाद सुबह करीब साढ़े नौ बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी बिन्दु पार कर 112 मीटर पहुंच गया। जिसके बाद तेजी से जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई और बारह बजे 112.020 पहुंच गया। दोपहर तीन बजे 112.040 मीटर दर्ज किया गया। शाम छह बजे 112.050 मीटर दर्ज किया गया।
जलस्तर 112.14 मीटर दर्ज किया गया। तेजी से बढ़ जलस्तर के कारण चंपापुरवा, तेजीपुरवा, गोताखोर, ईदगाह कॉलोनी, मनसुख खेड़ा, गगनी खेड़ा के अलावा रविदास नगर में भी पानी पहुंचने लगा है। जिससे लगभग दो सौ परिवार पानी से घिरे हुये हैं। वह निजी नावों का सहारा लेकर खाने पीने का सामान ला रहे हैं। वहीं कुछ परिवार अपनी गृहस्थी बटोर कर छतों पर रख रहे हैं, क्योंकि उनके घरों के अंदर घुटने से अधिक पानी भरा हुआ है।
जलस्तर बढ़ने के कारण कटरी क्षेत्र में किसानों ने भिंडी, तरोई, लौकी, कद्दू, बो रखा था। खेतों में पानी भर जाने से किसानों की सब्जियां डूब गई हैं। जिससे उनकी आय की साधन भी बंद हो गया है। डूबी फसल देख कर किसान मायूस हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की ओर भी तेजी से गंगा का पानी फैलने लगा है।
केन्द्रीय जल आयोग की माने तो पश्चिम के बांध अभी उफनाये हुये हैं। जिससे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 113 मीटर तक पहुंच सकता है। वहीं चेतावनी बिंदु के पार जलस्तर पहुंचने पर बाढ़ चौकियों के ताले खोले गये और बाढ़ पीड़ितों के ठहरने के लिये राजस्व कर्मियों ने बंदोबस्त किये।
