उत्तर प्रदेश

अपग्रैड ने जॉब-इनेबल्‍ड कोर्सेस लॉन्‍च किये; आजादी के 75वें वर्ष में कॉलेज फ्रेशर्स

लखनऊ ।

एशिया की सबसे बड़ी हायर एडटेक कंपनी अपग्रैड भारत में
अपस्किलिंग के प्रोग्राम का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो बनाने के लिये अपनी कौशल की क्रांति (स्किलिंग
रिवॉल्‍यूशन) से उपजी भारी मांग को पूरा करने में जुटा है। इसके द्वारा अपनी पहली नौकरी चाहने वाले
और कामकाजी पेशेवर अपग्रैड ब्राण्‍डेड अपने खुद के कोर्स कर सकते हैं।
इसका आधार यह 5 महत्‍वपूर्ण पेशकशें और अवसर हैं:
1. 80% लोगों को पहली बार नौकरी पाना असंभव लगा। अपग्रैड का कोर्स पोर्टफोलियो उन्‍हें सही
कुशलताएं देकर रोजगार के योग्‍य बनाने के लिये प्रतिबद्ध है।
2. कॉर्पोरेट्स के लिये नियुक्तियों का खर्च बढ़ रहा है और इससे नियोक्‍ता तथा कर्मचारी, दोनों का
समय और खर्च बचता है।
3. आज अपग्रैड दुनिया की 3700 कंपनियों के साथ उनकी प्रशिक्षण सम्‍बंधी जरूरतों पर काम करती
है और महत्‍व का यह प्रस्‍ताव उनसे बिलकुल मेल खाने वाला है।
4. पिछले 7 वर्षों में अपने 3 मिलियन से ज्‍यादा के लर्नर-बेस के कारण अपग्रैड को कर्मचारी की
आवश्‍यकताओं की समझ है और इसलिये इन कोर्सेस में शामिल प्रशिक्षण के सभी आयामों की
पहचान के लिये वह सबसे अच्‍छी स्थिति में है।
5. यह प्रोग्राम्‍स मुख्‍य रूप से ऑनलाइन और आंशिक तौर पर मिश्रित हैं, जिसके लिये प्रमुख शहरों में
कुछ ऑफलाइन सेंटर्स आ रहे हैं, ताकि अपग्रैड देश के भीतर भारी रोजगार बढ़ाने और चलाने का
यह मौका ले सके। यह प्रतिबद्धता माननीय प्रधानमंत्री की 2047 तक भारत को एक विकसित देश
बनाने की आकांक्षा को और भी गति देगी।
अपग्रैड के सह-संस्‍थापक एवं एमडी मयंक कुमार ने कहा, “रोजगार में सक्षम बनाने के लिये हमारे अपने
ब्राण्‍डेड सर्टिफिकेशन कोर्सेस हमें इस पर ध्‍यान देने का लचीलापन देते हैं कि पहली बार के कर्मचारियों या
कामकाजी पेशेवरों को नौकरी में आगे बढ़ने या खुद को अपग्रैड करने के लिये कॅरियर बदलने के लिये क्‍या
चाहिये। यह भारत को सीधे दुनिया की वैश्विक कौशल प्रतिभा राजधानी के रूप में स्‍थापित करने के
अपग्रैड के मिशन के अनुरूप है।”
नॉलेजहट अपग्रैड के संस्‍थापक एवं सीईओ सुब्रमण्‍यम रेड्डी ने कहा, “इस पेशकश के लिये हम पिछले कई
वर्षों से तैयारी कर रहे थे और हमारा मानना है कि हमारे पास हर किसी को नौकरी के लिये तैयार करने
की मजबूत आकांक्षा निर्मित करने वाला सही कंटेन्‍ट, पेशकश, टेक्‍नोलॉजी और प्रशिक्षक हैं। पूरी तरह से
ऑनलाइन हमारा पढ़ाई का अनुभव 6 से 8 महीने के एक अंशकालिक (पार्ट टाइम) कोर्स के लिये होगा।”
अपग्रैड में न्‍यू बिजनेस के वीपी आशीष शर्मा ने कहा, “हम इन प्रोग्राम्‍स के लिये यूरोप और यूएस में भारी
मांग देख रहे हैं, जबकि भारत वह बड़ा मौका है, जिस पर हम पहले एक साल के लिये केन्द्रित होना चाहते
हैं। दुनिया को 2030 तक 20 मिलियन डेवलपर टैलेंट चाहिये और हम इसे अपने कार्यस्‍थल के कायाकल्‍प
की घोर आवश्‍यकता के तौर पर देखते हैं। यह हमारे सभी कॉर्पोरेट भागीदारों के लिये एक मजबूत पेशकश
है।”

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