चुनौतियों से जूझेगी शहर की सरकार
बलरामपुर।
अब जब मतदान हो चुका है। 13 मई को मतगणना है। ऐसे में हर किसी की नजर आने वाली शहर की नई सरकार पर टिकी है। आम लोग कूड़ा से लेकर पानी की समस्या के साथ ही बाढ़ के संकट के स्थायी समाधान की आज संजोए हैं। ऐसे में शहर की नई सरकार के सामने जन सुविधाओं को पटरी पर लाने की चुनौती होगी।
बलरामपुर नगर पालिका परिषद में कुल 25 वार्ड हैं। 72 हजार मतदाता वाली नगर पालिका में करीब एक लाख लोग रह रहे हैं। बीते साल शहर के लोगों को बाढ़ के संकट से जूझना पड़ा था। यहां तक कि शहर में भी नाव लगाकर लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई थी। पहलवारा के शोभित सिंह, नई बस्ती की ममता व भगवतीगंज के गिरजाशंकर का कहना है कि दरअसल, जल स्रोत जैसे नालों पर अवैध कब्जे हो गए। तालाब गुम हो गए। इसके कारण बाढ़ ने खूब कहर बरपाया। ऐसे में बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान की आवश्यकता है
जनसमस्याओं का हो समाधान
यहां पर जन समस्याओं से हर कोई जूझ रहा है। कहीं पर पानी का संकट तो कहीं पर कूड़ा निस्तारण की दिक्कत है, ऐसे में इसके समाधान का प्रयास किया जाए।
