कर्मियों की हड़ताल से बैंकों पर ताला, लौटे 30 हजार ग्राहक
बलरामपुर।
बैंकों का निजीकरण रोकने, आउटट सोर्सिंग बंद करने समेत अन्य मांगों को लेकर गुरुवार से बैंक कर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दिया। दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सुबह से ही जिले के 140 बैंकों में ताला लटक गया। इससे बैंकों में रुपया निकालने व जमा करने आए करीब 30 हजार ग्रामीणों को लौट जाना पड़ा। परेशानी का आलम यह रहा कि बैंक से नकदी मिलने व जमा न हो पाने के कारण ग्राहक सेवा केंद्रों ने भी लेन देन की सेवाएं ठप कर दी। इससे जरूरतमंदों को निराश होकर साहूकारों से कर्ज लेना पड़ा।
रुपया निकालने आए आम लोगों की चिता उस समय और बढ़ गई जब बैंक कर्मियों ने बताया कि यह हड़ताल दो दिनों तक चलेगी। नकदी न डाले जाने से कई एटीएम दोपहर बाद खाली हो गए जिससे ग्राहक दिन भर चालू एटीएम तलाशते रहे। इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के जिला मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि पहले दिन हड़ताल से 140 बैंक शाखाएं बंद रही। इससे 80 करोड़ का लेन देन ठप रहा।
इंडियन बैंक स्टाफ एसोसिएशन,प्रथमा सर्व यूपी ग्रामीण बैंक की अगुवाई में वीर विनय चौराहा से भगवतीगंज तक रैली निकाली। बैंकों का निजीकरण रोकने,जमा राशि की ब्याज दर बढ़ाने, नई पेंशन को रद्द कर पुरानी पेंशन देने, बड़े कारपोरेट घरानों को बैंक लाइसेंस न देने की मांग उठाते हुए विरोध किया। रैली में इंडियन बैंक स्टाफ एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सीताराम यादव, यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के जिला मंत्री संजय कुमार शुक्ल, वकील यादव,संदीप, चंदन, राम किशुन, सतीश चंद्र यादव, रविप्रताप, तौहीद कमर, राजेश्वरी देवी शामिल रहे।
प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय अध्यक्ष दीपक बंसल की अगुवाई में क्षेत्रीय सचिव अजय यादव, कोषाध्यक्ष आशीष शुक्ल, अनिल शर्मा, अरविद कुमार ने हिस्सा लिया। बैंक कर्मियों ने चेतावनी दी कि 17 दिसंबर को भी हड़ताल जारी रखी जाएगी। दो दिनों की हड़ताल में मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन तेज होगा।
![ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।](https://www.crimeweek.in/wp-content/uploads/2021/08/IMG-20210712-WA0152.jpg)