साइबर अपराधियों का जाल तेज़ी से फैला
बलरामपुर।
साइबर अपराधियों का जाल दिनोंदिन तेजी से फैल रहा है। आए दिन लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। इससे निपटने के लिए पुलिस ने नई पहल की है। पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल के नेतृत्व में जागरूकता अभियान चलाने के साथ थानों पर साइबर हेल्प डेस्क भी स्थापित किए जाएंगे। इसकी शुरुआत जरवा कोतवाली में हेल्प डेस्क बनाकर की गई है।
प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार कनौजिया ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार थाने पर साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। यहां 24 घंटे एक उपनिरीक्षक के नेतृत्व में टीम तैनात रहेगी। हेल्प डेस्क पर एटीएम बदल कर, ओटीपी, फिगर प्रिट क्लोन से ठगी आदि की शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं। आमजन घर बैठे साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बिक्री टिकट से तीन हजार रुपये कम जमा करने की जांच।
रोडवेज में माह भर पहले यात्रियों को टिकट देने के बाद रुपये कम जमा करने के मामले में फंसे बुकिग कर्मी के साथ अब परिचालक की भी गर्दन फंसती नजर आ रही है।
पांच मार्च को परिचालक अनुपम पटेल का मार्ग पत्र चेक करने के दौरान बुकिग कर्मी माजिद ने चेक किया था। इसमें परिचालक को सात हजार रुपये जमा करना था, लेकिन बुकिग कर्मी ने उससे केवल चार हजार रुपये जमा कराए। आखिर में यह मामला खुल गया तो पहले परिचालक को निलंबित कर दिया। परिचालक ने अपने बचाव के लिए सारा दोष बुकिग कर्मी पर मढ़ते हुए कहा कि उच्चाधिकारियों को बताया कि यह रुपया उसने बुकिग कर्मी को देकर जमा करा देने को कहा था। इस पर परिचालक को पुन: बहाल करते हुए बुकिग कर्मी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई। इस मामले में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वित्त अशोक मेहरोत्रा का कहना है कि यदि परिचालक ने बुकिग कर्मी को रुपये जमा कराने के लिए दे दिए थे तो उसे दूसरे दिन पूछना चाहिए था कि जमा कराया कि नहीं। कहीं न कहीं उसकी भूमिका भी संदिग्ध है, इसलिए परिचालक की भी जांच की जाएगी।
