मैदान में 72 उम्मीदवार छह सीटों पर
बलरामपुर।
नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन मंगलवार को आप, शिवसेना और निर्दलीयों समेत 29 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। इस तरह से सभी छह विधानसभा सीटों के लिए कुल 72 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। किसी ने पार्टी के निर्देशों पर पर्चा भरा तो किसी ने शुभ मुहूर्त देख अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। डीएम ने एडीएम संग सदर तहसील पहुंचकर नामांकन प्रक्रिया का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। वहीं परिसर में पुलिस का सख्त पहरा रहा और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा।
मंगलवार को कुर्सी विधानसभा क्षेत्र से पिछड़ा समाज पार्टी की ओर से दिनेश चंद्र लोधी, लोकबंद पार्टी से रामनरेश एमआईएमआईएम से कुमैल अशरफ खां, निर्दलीय संजय कुमार और चंद्र प्रकाश राजवंशी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। रामनगर विधानसभा सीट से भारतीय दृष्टिगोचर पार्टी की ओर से ऊषा द्विवेदी, विकासशील इंसान पार्टी के उमेश चंद्र और शिवसेना की ओर से सुभाष चंद्र ने पर्चा भरा।
बाराबंकी सदर सीट से किसान विश्व पार्टी से बृजेश कुमार यादव, आम आदमी पार्टी से प्रदीप सिंह और शिल्पी वर्मा, लोक पार्टी से नीलम सैनी तथा रमा देवी, शिवकुमार और अताउर्रहमान ने निर्दलीय नामांकन किया। जैदपुर विधानसभा सीट से एआईएमआईएम से आकाश कुमार दीवान, लोकबंद पार्टी से राहुल, आम आदमी पार्टी से लज्जावती और रमेश कुमार ने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में नामांकन किया।
दरियाबाद विधानसभा सीट से लोग पार्टी से शेषमणि, आम आदमी पार्टी से मुकेश प्रताप सिंह, राष्ट्रीय परिवर्तन दल से सुनील कुमार भट्ट और ललिता देवी ने निर्दलीय उम्मीदवार तथा हैदरगढ़ विधानसभा सीट से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया से बालकराम अंबेडकर, आम आदमी पार्टी से शिवानी तथा दयाशंकर और संजय गौतम ने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में सदर तहसील पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
वहीं भाजपा की रामकुमारी मौर्या, दिनेेश कुमार, कांग्रेस उम्मीदवार ज्ञानेश शुक्ला, चित्रा वर्मा, निर्मला कुमारी और सपा के गौरव कुमार ने नामांकन कक्ष पहुंचकर एक सेट और दाखिल किया। इस तरह से नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन कुल 29 उम्मीदवारों ने नामांकन किया। अब सभी विधानसभा सीटों पर 72 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हो गए हैं।
काफी धीमी रही नामांकन की प्रक्रिया
नामांकन के आखिरी दिन नामांकन की प्रक्रिया काफी धीमी रही। जिससे नामांकन करने आए उम्मीदवारों और उनके प्रस्तावकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। परिसर में बैठने की कोई व्यवस्था न होने के कारण लोग सीढ़ियों पर या फिर जमीन में बैठ अपनी बारी आने का इंतजार करते दिखाई दिए। लोगों ने बताया कि घंटों इंतजार करने के बाद नंबर आ रहा है।