पुलिस ने पकड़ी 655 लीटर विदेशी शराब
लखीमपुर खीरी।
पुलिस ने पुराने ट्रैक्टर में जुड़े मडलोडर में छिपाकर तस्करी कर लाई गई 655 लीटर विदेशी शराब बरामद की है। कीमत करीब छह लाख आंकी गई है। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया कि हरियाणा से शराब लाया है।
प्रभारी निरीक्षक चिरंजीव मोहन ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान मैगलगंज बाईपास स्थित चौखड़िया गांव के पास संदिग्ध अवस्था में जमीन को बराबर करने वाला मडलोडर जाता हुआ दिखाई पड़ा। तलाशी के दौरान मडलोडर से 655 लीटर विदेशी गैर प्रांत की शराब बरामद हुई, जिसकी अनुमानित कीमत करीब छह लाख है। मडलोडर से जुड़े ट्रैक्टर बरामद करके ट्रैक्टर चालक सुरजीत पुत्र जसवीर निवासी कथोरा थाना गोहाना जिला सोनीपत हरियाणा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सुरजीत ने नरेंद्र सिंह निवासी मोगा पटियाला जिला संगरूर पंजाब के नाम का खुलासा शराब माफिया के तौर पर किया। पुलिस ने नरेंद्र सिंह को भी वांछित आरोपी बनाया है। करीब दो महीने पहले भी मैगलगंज पुलिस ने जमीन को लेवल करने वाले लेवलर-मडलोडर से लाखों रुपये की शराब बरामद की थी।
शराब माफिया की गहरी जड़ें, बहुत दिनों से हो रहा धंधा
मैगलगंज। बीते दो महीनों में पुलिस के लगातार दूसरी बार तस्करी कर लाई गई शराब की खेप को बरामद किया है। इन दोनों खुलासों से क्षेत्रीय शराब माफिया में भय का माहौल है। दो महीने पहले जब इसी तरीके से तस्करी के लिए जा रही गैर प्रांत की शराब को मैगलगंज इंस्पेक्टर चिरंजीवी मोहन ने पकड़ा था और जांच करने के लिए आबकारी विभाग की टीम जब मैगलगंज आई थी, तो तथाकथित शराब माफिया आबकारी विभाग की आवभगत करते चौराहे पर दिखाई पड़े थे। प्रभारी निरीक्षक चिरंजीव मोहन ने बताया कि हर पहलू पर जांच की जाएगी। यदि क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति शराब की तस्करी से जुड़ा हुआ पाया गया, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
बॉर्डर का फायदा उठा रहे शराब माफिया
सीतापुर-लखीमपुर-हरदोई और शाहजहांपुर का बॉर्डर होने के चलते मैगलगंज शराब माफिया के लिए सुरक्षित जगह मानी जाती है। क्षेत्र में सक्रिय शराब माफिया ने एक टीम बनाकर क्षेत्र का बंटवारा कर रखा है। सूत्रों की माने तो शाहजहांपुर क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गैर प्रांत से विदेशी शराब मंगाकर स्टोर की जाती है। फिर विभिन्न तरीकों से मांग के हिसाब से सप्लाई की जाती है। मैगलगंज से लेकर सीतापुर, पिसावां क्षेत्र में भी सप्लाई होती है। इसके अलावा लखनऊ के अटरिया, बाराबंकी तक शराब माफियाओं का जाल फैला हुआ है, लेकिन हर बार पुलिस के हत्थे सिर्फ शराब माफिया के गुर्गे ही चढ़ते हैं।
