11 दिन बाद खत्म हुआ गोला में किसान आंदोलन, बनी सहमति
लखीमपुर खीरी।
बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर चल रहा संयुक्त किसान मोर्चा का आंदोलन सोमवार को खत्म हो गया। सीडीओ, एसडीएम की मध्यस्थता में मिल अधिकारियों व किसान नेताओं के बीच लंबी वार्ता के बाद सहमति बनी। इसके बाद किसानों ने आंदोलन खत्म करते हुए जश्न मनाया।
बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर तीन दिसंबर से राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने चीनी मिल गेट पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर मिल बंद करा दी थी। उसके बाद तमाम संगठनों ने उन्हें अपना समर्थन दे दिया था। इसे संयुक्त किसान मोर्चा नाम दिया गया। दो बार डीएम और एसपी ने धरनास्थल पर पहुंच किसानों को समझाने का प्रयास किया पर किसान नहीं माने थे। कई बार सीडीओ भी पहुंचे, पर बात नहीं बनी थी। किसानों ने 14 दिसंबर को गन्ना ट्रालियों के साथ लखनऊ कूच करने का ऐलान किया तो प्रशासन में हड़कंप मचा। सोमवार को दोपहर बाद सीडीओ अनिल कुमार सिंह, एसडीएम अविनाश चंद्र मौर्य, सीओ राजेश कुमार, चीनी मिल के ग्रुप डायरेक्टर डॉ एबी सिंह, बिजनेस हेड शशिभूषण राय, पंकज सिंह यादव, विजय सिंह चौहान, विजय मिश्रा किसानों के बीच पहुंचे और उनसे धरना खत्म करने के लिए मनाया। किसानों ने अधिकारियों के सामने अपनी सात सूत्री मांगे रखी जो सभी मान ली गई। मांगे मान लिए जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने धरना समाप्त कर दिया और जश्न मनाया।
संयुक्त किसान मोर्चा की मांग थी कि उन्हें इस सत्र का भुगतान 14 दिनों में कराया जाए, बैलगाड़ी के सट्टा धारकों का पूरा पिछला बकाया दिया जाए, 10 ट्राली के सट्टा धारकों को पूरा भुगतान दिया जाए। 10 ट्राली से अधिक के सट्टाधारकों का भुगतान 50 प्रतिशत दिया जाए, अन्य बकाया भुगतान का अवशेष का 31 दिसंबर तक डीएम को दिया जाए और डीएम द्वारा किसानों को दिया जाए। 3 दिसंबर से जो किसान गन्ना लाइनों में वाहन लिए खड़े हैं उनकी गाड़ी की तौल अंदाज के रूप में मानी जाए कि उनका काफी गन्ना सूख चुका है। उनका गन्ना भुगतान तत्काल कराया जाय। प्रशासनिक अधिकारियों के सामने चीनी मिल अधिकारियों ने किसानों की मांगे मान ली और उन्हें लिखित पत्र सौंप दिया।
सीओ राजेश कुमार ने चीनी मिल द्वारा जो मांगे मानी गई उन्हें किसानों के बीच पहुंचकर पढ़कर सुनाया इससे किसान झूम उठे और धरना स्थल पर खुशी का माहौल छा गया। एसडीएम अविनाश चंद्र मौर्य ने जब से आंदोलन शुरू हुआ है किसानों के बीच पहुंचकर हर स्तर पर वार्ता का प्रयास किया और उन्हें समझाया। हर रोज किसानों के संपर्क में रहे और उन्हें भरोसा देते रहे कि उनका भुगतान हर हाल में कराया जाएगा। आखिरकार वह समय आ भी गया। सोमवार को उन्होंने सीडीओ की मौजूदगी में किसानों को समझा-बुझाकर मना लिया। किसानों ने धरना समाप्त होने पर किसानों ने एसडीएम को माला पहनाकर हौसला अफजाई की।
किसान आंदोलन के कारण चीनी मिल बंद हो जाने के बाद नोएडा से आए बजाज ग्रुप के डायरेक्टर डॉ एबी सिंह ने सोमवार को चीनी मिल परिसर में सेल्स ऑफिस के बाहर लगी जमुना लाल बजाज की प्रतिमा के सामने घुटने टेके और उनसे मामले को हर हाल में निपटाने के लिए ताकत मांगी। ग्रुप डायरेक्टर की मन्नत सफल हो गई।इ
इस दौरान श्रीकृष्ण वर्मा, अमनदीप सिंह संधू, रामनिवास वर्मा, अंजनी दीक्षित, रामनिवास शुक्ला, महेश वर्मा, कृष्णा अधिकारी, बलकार सिंह, बलविंदर सिंह, हरि सिंह, अगेंद्र वर्मा, मनदीप सिंह, मानक सिंह, शिवदयाल वर्मा, ठाकुर जगदीश सिंह, परसादी लाल, बलकार सिंह, राजपाल सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, देवेंद्र सिंह, राजविंदर सिंह, रामनिवास शुक्ला समेत तमाम लोग मौजूद थे।
