खेत में मिले लापता पति-पत्नी के शव
लखीमपुर खीरी।
भीरा थाना क्षेत्र के ग्राम राजपुर के पास एक खेत में बृहस्पतिवार की सुबह पति-पत्नी के शव मिलने से क्षेत्र में दहशत है।
महेशापुर निवासी 25 वर्षीय गौरव पटेल और उसकी 24 वर्षीय पत्नी आरती बुधवार को घर से सुबह दस बजे दवा लेने के लिए लखीमपुर जाने की बात कहकर निकली थीं। बृहस्पतिवार की सुबह दोनों के शव उनके घर से छह किलोमीटर दूर स्थित खेत से बरामद हुए।
मृतक गौरव पटेल के भाई छोटू और मां प्रेमवती ने बताया कि गौरव की पत्नी आरती के गले में एक फोड़ा था, जिसके इलाज की बात कहकर बुधवार की सुबह दस बजे गौरव पत्नी आरती के साथ लखीमपुर जाने की बात कहकर घर से निकले थे। इसके बाद पूरी रात घर नहीं पहुंचे, जिससे सभी लोग चिंता में रहे।
बुधवार की शाम को गौरव का फोन आया कि वह घर जल्दी आ जाएगा, लेकिन रात भर नहीं पहुंचा। बृहस्पतिवार की सुबह 10.30 बजे सूचना मिली कि दोनों के शव राजपुर के पास खेत में पड़े हैं। सूचना पर पहुंची भीरा थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। परिवार वालों ने किसी से दुश्मनी होने से इनकार किया है।
होली मनाने तीन दिन पहले ही गांव आया था गौरव
बिजुआ। बुधवार से लापता गौरव और उसकी पत्नी आरती के शव मिलने के मामले में गांव वाले तरह-तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन दोनों की मौत किन कारणों से हुई, इसके बारे में कुछ भी निकलकर सामने नहीं आ पा रहा है।
गांव वालों के अनुसार, गौरव की पत्नी आरती मानसिक रूप से कुछ कमजोर थी। बताते हैं कि घरेलू काम में भी कमजोर थी, जिससे पति-पत्नी में अक्सर लड़ाई हुआ करती थी। गौरव पांच भाई थे। गरीबी के कारण गौरव और उसके दो भाई बाहर काम करते थे। गौरव भी तीन दिन पहले ही बाहर से घर आया था।
गौरव की मां प्रेमवती के अनुसार, बहू आरती उनके सगे ममेरे भाई की बेटी थी। शादी के पांच साल होने के बाद भी दोनों के कोई संतान नहीं थी। तीन दिन पहले बनवीरपुर निवासी गौरव के ससुर आए थे और उन्होंने गौरव को काफी बुरा भला कहा था।
उधर, लोगों का कहना है कि बुधवार की शाम करीब पांच बजे बरमबाबा चौराहे पर दोनों को एक-दूसरे का हाथ पकड़कर टहलते हुए देखा गया था। जहां शव मिला है वह जगह लखीमपुर पलिया रोड से करीब तीन सौ मीटर दक्षिण की तरफ है। वहां पर पगडंडी है, जिससे होकर लोग गांवों की तरफ जाते हैं। खेत में एक साथ दो शव मिलने की सूचना मिलते ही भीरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
मृतक गौरव के मोजे से 1000 रुपये और जेब से कुछ फुटकर रुपये मिले हैं। मृतकों के शव पर किसी तरह के चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया कोई विषैला पदार्थ खा लेने की बात सामने आ रही है। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद मृत्यु का कारण स्पष्ट होने की बात कह रही है।
घटनास्थल से मिली घड़ी, गौरव के होंठ पर था चोट का निशान
बिजुआ। भीरा थाना क्षेत्र के महेशापुर निवासी गौरव पटेल और उसकी पत्नी आरती पटेल की मौत की गुत्थी बेहद उलझी नजर आ रही है। पति-पत्नी के शव उनके गांव महेशापुर से करीब छह किलोमीटर दूर राजपुर गांव के पास मिलने से उनकी मौत का रहस्य और गहरा गया है।
वे दोनों बरमबाबा चौराहे पर एक खाद की दुकान पर जाते हुए सीसीटीवी कैमरे में दिख रहे हैं। उसके बाद लखीमपुर की तरफ जाने वाली बस में बैठते भी दिखाई दे रहे हैं। बरमबाबा से घटनास्थल की दूरी मुश्किल से डेढ़ किलोमीटर है।
मृतक के भाई छोटे ने बताया कि तीन-चार दिन पहले गौरव के ससुर आए थे और परिवार वालों को गालीगलौज और धमकी दे गए थे। छोटे के अनुसार, घटनास्थल से एक घड़ी भी मिली है, जबकि गौरव या आरती दोनों ही घड़ी नहीं पहनते थे। इससे साफ है कि घटनास्थल पर पति-पत्नी के अलावा भी कोई मौजूद था या थे, जिनमें से किसी की घड़ी घटनास्थल पर ही छूट गई।
गौरव के होंठ में चोट का लगभग डेढ़ इंच का निशान था। ग्रामीणों के अनुसार आरती पटेल गूंगी थी और ढंग से बोल भी नहीं पाती थी। आरती के पिता ने प्लाट देने का लालच देकर शादी की थी। दबी जुबान से लोगों का कहना है कि गौरव आरती को छोड़ देना चाहता था, इसमें गौरव के परिवार वालों की भी सहमति थी। ऐसी स्थिति में दोनों के एक साथ जहर खाने की बात समझ में नहीं आ रही है। फिलहाल गौरव की मौत हत्या है आत्महत्या यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।