विधान परिषद सदस्य पद पर नामांकन पत्रों की जांच को लेकर देर शाम तक घमासान मचा रहा
लखीमपुर खीरी।
विधान परिषद सदस्य पद पर नामांकन पत्रों की जांच को लेकर देर शाम तक घमासान मचा रहा। कलेक्ट्रेट परिसर में सपा और भाजपा पक्ष के कार्यकर्ता यह जानने को लेकर उत्सुक दिखाई दिए कि जांच के दौरान उनके प्रत्याशियों के नामांकन पत्र का क्या हुआ है? रात करीब आठ बजे डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने त्रुटियों के कारण सपा प्रत्याशी अनुराग पटेल के तीनों पर्चे व प्रधान बीडीसी स्वाभिमान संघ के नवनीत शुक्ला का पर्चा खारिज कर दिया। जबकि भाजपा प्रत्याशी अनूप गुप्ता के दोनों पर्चे वैध पाए गए हैं। इसी तरह निर्दलीय प्रत्याशी बांकेगंज ब्लाक के ग्राम प्रधान निर्दलीय प्रत्याशी नरसिंह यादव का भी पर्चा वैध मिला है। अब एमएलसी चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के सामने निर्दलीय प्रत्याशी नरसिंह ही प्रतिद्वंदी हैं।
एमएलसी चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अनूप गुप्ता ने आपत्ति जताई थी कि जिस शपथ पत्र पर अधिवक्ता संजय सिंह से नोटरी कराई गई है, उनके लाइसेंस का रिनीवल नहीं हुआ है। यह तकनीकी पेंच जांच का दायरा बढ़ाता गया। प्रेक्षक व डीएम, सीडीओ के समक्ष दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं ने दोपहर में करीब ढाई घंटे तक बहस भी की। इस दौरान सपाइयों ने दूसरा शपथ पत्र भी दाखिल किया। जांच प्रक्रिया के समय डीएम न्यायालय कक्ष के बाहर गहमागहमी का माहौल रहा। पर्चा खारिज होने पर कोई हंगामा न हो, इसके लिए एएसपी अरुण कुमार, एसडीएम सदर राजेश कुमार रेनू सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स नामांकन कक्ष के बाहर मुस्तैद कर दी गई। वैसे नामांकन पत्रों की जांच का नतीजा शाम पांच बजे तक आ जाना था, लेकिन नामांकन पत्रों की जांच रात करीब आठ बजे तक चलती रही। जांच से यह सूचना आई कि भाजपा प्रत्याशी के दोनों पर्चे वैध मिले हैं। इसके बाद भाजपाइयों ने नारेबाजी शुरू कर दी, लेकिन सपा प्रत्याशी के पर्चे पर कोई निर्णय शाम सात बजे तक नहीं आ सका था, जिससे सपा खेमा उदास था। रात में आठ बजे पर्चा अस्वीकार्य कर दिया गया। इससे सपा खेमे में उदासी देखने को मिली।
