उत्तर प्रदेश

गोला में चौकी के दीवान पर मारपीट का आरोप

लखीमपुर के मैलानी थाना क्षेत्र में 65 वर्षीय भाजपा नेता ने पुलिस चौकी कुकरा के एक दीवान पर प्रताड़ित करने आरोप लगाया है। पीड़ित ओम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि भूमि विवाद को लेकर एक मामले में वह एक पंचायत में गए हुए थे। वहां पर मौजूद चौकी के दीवान ने उसके साथ अभद्रता की और उन्हें बेइज्जत किया।

जिसकी शिकायत उन्होंने एसपी से की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले को लेकर चौकी इंचार्ज कौशल किशोर ने कहा कि पुलिस ने शान्ति बनाए रखने हेतु जो भी किया हो, लेकिन जो व्यक्ति आरोप लगा रहा है, वह स्वंय नशा करता है। फिलहाल जांच की जा रही है।

कुकरा स्टेट के राजघराने व कुकरा निवासी अतीक अहमद खान के मकान के सामने सदियों से पड़ी खाली भूमि के स्वामित्व को लेकर दोनों पक्ष भूमि को अपनी-अपनी होने का दवा कर रहे हैं। मामला 21 जनवरी का है। भूमि स्वामित्व को लेकर विवादित भूमि स्थल पर एक पंचायत दोनों पक्षों के द्वारा आहूत की गई थी। जिसमें कुकरा पुलिस बल से मौजूद चौकी के दीवान राणा प्रताप सिंह ने उस समय कुकरा के भाजपा के 65 वर्षीय वरिष्ठ नेता को अश्लील शब्दों के साथ बेइज्जत करते हुए उनको मारने के लिए दौड़ाया। इस पर ओम प्रकाश मिश्रा ने भागकर जान बचाई। पंचायत में उपस्थित जनसमूह मूकदर्शक बना रहा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश मिश्रा ने आरोप लगाया कि मुझे कुकरा पुलिस चौकी के दीवान राणा प्रताप सिंह ने जनसमूह के सामने बेइज्जत किया है। उससे मैंने भयभीत एवं आहत होकर एसपी खीरी व आईजी लखनऊ व संबंधित अधिकारियों को शिकायती प्रार्थना पत्र ऑनलाइन भेजकर दीवान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

बांकेगंज में भी दीवान पर लगे थे आरोप
इससे पहले भी दीवान राणा प्रताप जब बांकेगंज चौकी में थे ,तब भी दीवान पर दलित युवकों को जातिसूचक गालियां देते हुए मारपीट के आरोप लगे थे। 3 जून 2022 की घटना में ग्रन्ट नम्बर 11 के रायपुर के अनूप, भूपेंद्र, शेरसिंह व सुधीर, रजनीश आदि ने आरोप लगाये थे कि एक विवाद को लेकर वह चौकी पर शिकायत करने गये हुए थे, वहां के चौकी के दीवान राना ने जातिसूचक गालियां देते हुए सभी को बुरी तरह से पीटा था । जिसमें भूपेंद्र नाम के युवक की तबीयत खराब होने के बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया था , तब जाकर दीवान को बांकेगंज से कुकरा चौकी अटैच कर दिया गया था।

रिपोर्ट- वंदना राठौर

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