भूख नहीं लगने पर भी कोरोना जांच आवश्यक
कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिले के कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज और पिछले सप्ताह में कोरोना से मृत्यु प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों में शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में मृत्यु के प्रकरण अधिक है, इसका मुख्य कारण लक्षण वाले मरीजों द्वारा जांच में लापरवाही और स्थानीय मेडिकल स्टोर से दवाइयां लेकर सेवन करना है।
कलेक्टर ने जिले के सभी बीएमओ को अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच के लिए सेंपल लेने के निर्देश दिए। पिछले दिनों ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने कोरोना जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है यदि ग्रामीण क्षेत्र का कोई व्यक्ति सेंपल देने में लापरवाही करता है तो स्थानीय एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस प्रशासन के सहयोग से जांच कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि कोरोना से संबंधित केश में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करें।