उत्तर प्रदेश

बाल विज्ञान कांग्रेस में टीम यूपी बेहतरीन प्रदर्शन

अंबेडकर नगर

डा. एस के सिंह के नेतृत्व में निरंजन लाल सहित 8 शिक्षकों व 20 बाल वैज्ञानिकों ने किया प्रतिभाग
भारत सरकार के विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग एवं गुजरात काउन्सिल फ़ॉर साइन्स एवं टेक्नोलाजी (गुजकोस्ट) द्वारा आयोजित बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय आयोजन में 28 राज्य 9 केन्द्र शासित प्रदेश व सउदीअरब, ओमान, कुवैत सहित 5 खाड़ी देशों के कुल 635 बाल वैज्ञानिक,शिक्षक, प्रतिष्ठित संस्थानों के वैज्ञानिक व विशेषज्ञ शामिल रहे।
जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के राज्य समन्वयक व ‘विकास’ प्रयागराज के निदेशक डा. एस के सिंह के नेतृत्व में 20 बाल वैज्ञानिक व निरंजन लाल (टीम इन्चार्ज) डा. गरिमा यादव, सन्तोष कुमार पाण्डेय, विनिता सिंह, गोपाल कृष्ण गुप्ता,अर्पणा गुप्ता, ज्योति सोनी सहित 8 शिक्षक, गुजरात साइंस सिटी अहमदाबाद में 27 से 31 जनवरी को शामिल हुए। राष्ट्रीय आयोजन में अर्सलान वाहिद,साहिल रायकवाड़ के प्रोजेक्ट बी प्लस, अरुण कुमार, वैष्णवी गुप्ता,अनामिका राय, शुभम सिंह,आर्यन त्रिपाठी,परमेश्वर, सौरभ राजा आदि सहित 13 बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट बी ग्रेड, 5 बाल वैज्ञानिकों ने सी प्लस ग्रेड प्राप्त किए।राष्ट्रीय आयोजक द्वारा डा. एस के सिंह व टीम यूपी को इस उपलब्धि के लिए मंच पर सम्मानित किया गया। राज्य शैक्षिक समन्वयक डा. विजय कुमार, वैज्ञानिक सुनील दुबे सहित राज्य आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ सी0 एम0 नौटियाल, महा सचिव प्रमोद कुमार पांडे तथा आयोजक संस्था विकास के अध्यक्ष प्रोफेसर आर0 सी0 सिंह ने बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं प्रेषित किया। पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान बाल वैज्ञानिकों ने साबरमती आश्रम में गांधी जी के चरखे,मोम की मूर्ति, स्वालम्बन हेतु कुटीर उद्योग आदि का अवलोकन किया। पतंग उत्सव से प्रेरित अटल ब्रिज की संरचना , सरदार सरोवर डैम स्थित देश के एकता एवं अखण्डता का प्रतीक विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी’का शैक्षिक भ्रमण भी किया। सांइस सिटी में रोबोटिक पार्क,महासागरीय जलीय जीव जन्तु की लुप्तप्राय प्रजाति एक्वेटिक गैलरी में देखा। एक्वेटिक टनल में द्वारिकापुरी देखना आश्चर्यजनक रहा। अर्थ प्लानेट में वर्चुवल 4-डी अन्तरिक्ष की सैर को देखा, नेचर पार्क की जैव विविधता, विज्ञान प्रदर्शनी में व्यवहारिक विज्ञान के रहस्यों को समझा। कार्यक्रम में राष्ट्रीय समन्वयक ई. सुजीत बनर्जी, डॉ0 वी0 बी0 काम्बले, डॉ0 डी0 के0 पांडे, डॉ0 बी0 के0 त्यागी, डॉ0 मधु फुल्ल, मेजबान डॉ0 नरोत्तम साहू ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान के 1993 से अब तक तीन दशक की विकास यात्रा को प्रस्तुत करते हुए इसकी बेहतरी के लिए विचार मंथन हुआ। राष्ट्रीय शैक्षिक समिति के अध्यक्ष डॉ0 ललित शर्मा ने 16 उत्कृष्ट प्रोजेक्टों के बाल वैज्ञानिकों के नाम की घोषणा किया।

ब्यूरो रिपोर्ट- ज्ञानचंद।

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