लखनऊ

लखनऊ में नवंबर तक बननी हैं टूटी सड़कें, अभी सूची ही तय कर पाए

लखनऊ।

शहरवासी पिछले एक साल से टूटी सड़कों से परेशान हैं। मेन रोड हो या कॉलोनी के अंदर की सड़कें, ज्यादातर की हालत खस्ता है। टूटी सड़कें बनाने के लिए 70 करोड़ रुपये बजट भी मौजूद है और जिलाधिकारी ने नवंबर तक टूटी सड़कें दुरुस्त करने के निर्देश दे रखे हैं, लेकिन इसके बाद भी ढिलाई की जा रही है। इससे शहर के लाखों लोग रोजाना दुश्वारियां झेलने को विवश हैं।
शहर की टूटी सड़कें बनाने में ढिलाई का आलम यह है कि बजट के हिसाब से जिन सड़कों को बनाया जाना है, उनकी सूची भी अफसर फाइनल नहीं कर पा रहे हैं। स्थिति यह है कि नगर निगम, एलडीए, पीडब्लूडी और जिला प्रशासन के अफसरों की जिस कमेटी को यह सूची फाइनल करनी है उसकी पहली बैठक तक नहीं हो पाई है, जबकि कमेटी बने करीब 20 दिन गुजर गए हैं। सूत्रों का कहना है कि शहर की करीब 500 छोटी-बड़ी सड़कें खराब हैं। इन्हें ठीक करने के लिए 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के बजट की जरूरत नगर निगम को है, लेकिन उतना बजट नहीं है। ऐसे में बजट की उपलब्धता और प्राथमिकता को देखते हुए सूची बनाई जा रही है। इसे लेकर कई बार बदलाव भी हो चुका है, मगर अब तक अंतिम मुहर नहीं लग पाई है।

टूटी सड़कें वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण
शहर की खराब सड़कें शहर की हवा की सेहत भी खराब कर रही हैं। यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर की ऐसी 31 सड़कों को चिह्नित किया है, जिनसे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। इसे लेकर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अजय कुमार शर्मा ने नगर आयुक्त को पत्र भी भेजा है। इसमें कहा है कि टेरी नई दिल्ली के नए अध्ययन में यह पाया गया है कि लखनऊ मेें वायु प्रदूषण का मुख्य कारण रोड डस्ट है। यहां पर वायु प्रदूषण में पीएम-10 व पीएम 2.5 का योगदान 80 से 85 प्रतिशत है।
जल निगम ने भी बढ़ाई मुसीबत
सीवर खुदाई के कारण कैसरबाग, लालबाग, हजरतगंज, अमीनाबाद सहित कई इलाकों की सड़कें बदहाल हैं। 15 दिन पहले प्रधानमंत्री के शहर आगमन से पहले सड़कों को बनाया तो गया, लेकिन यह धंस जा रही हैं। बीते माह भी प्रेस क्लब, लालबाग, कैसरबाग, महात्मा गांधी मार्ग सहित कई जगहों पर सड़कें बनने के बाद एक महीने के बाद ही धंसी गई थीं। अब जो सड़कें 15 दिन पहले बनी हैं, वह भी बारिश में धंस रही हैं।
ये तय करेंगे कौन सी सड़क बनेगी
नगर आयुक्त
एडीएम प्रशासन
अपर नगर आयुक्त
मुख्य अभियंता नगर निगम
अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी
मुख्य अभियंता एलडीए
रीजनल मैनेजर यूपीसीबी
लगभग तैयार हो गई सूची
नगर निगम के मुख्य अभियंता महेश वर्मा ने बताया कि सड़कों की सूची लगभग तैयार है। जल्द ही कमेटी से उसका अनुमोदन हो जाएगा। उसके बाद सड़कों के बनाने का टेंडर जारी कर दिया जाएगा। सड़कों की मरम्मत का काम जल्द पूरा हो उसको लेकर पूरी तैयारी है।

ब्यूरो रिपोर्ट- अरविंद मिश्रा।
ब्यूरो रिपोर्ट- अरविंद मिश्रा।
ब्यूरो रिपोर्ट- अरविंद मिश्रा।

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