विपक्ष ने की सरकार को घेरने की बड़ी तैयारी
यूपी विधानसभा के छोटे मानसून सत्र में बड़े हंगामे के आसार हैं। पहले दिन सोमवार को सपा ने सड़क पर बड़ा प्रदर्शन किया। अखिलेश यादव ने पार्टी दफ्तर से अपने विधायकों के साथ पैदल मार्च किया। मगर, रास्ते में ही उन्हें पुलिस ने रोक दिया। लिहाजा वहीं बैठ कर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने भी पार्टी दफ्तर से विधानसभा तक पैदल मार्च किया। RLD के 8 विधायकों ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे धरना दिया। इसीलिए दूसरा दिन भी हंगामेदार रहने की उम्मीद जताई जा रही है। सपा ने पूरी तैयारी कर ली है। विपक्ष के कई दल भी उनके साथ हैं।
मुख्य विपक्षी दल सपा का दावा है कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार फेल रही है। अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। खासतौर पर महिलाओं पर अपराध का ग्राफ ज्यादा बढ़ा है। विपक्षी दलों के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। महंगाई से जनता को दोनों समय की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया है।
इन मुद्दों पर सरकार को सदन में घेरा जाएगा। कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’, बसपा के उमाशंकर सिंह, रालोद के राजपाल बालियान, सुभासपा के बेदीराम ने भी महंगाई और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे।
विपक्ष के हंगामे के बीच सरकार सदन को सुचारु रूप से चलाने की कोशिश करेगी। इस दौरान 3 विधेयक पेश होना है। दूसरे दिन के सत्र में ये तीन विधेयक पेश हो सकते हैं।
- उत्तर प्रदेश महर्षि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश 2022
- सामान्य भविष्य निधि उत्तर प्रदेश नियमावली 1985 अध्यादेश 2022
- इंटरमीडिएट शिक्षा संशोधन अध्यादेश
. रिपोर्ट – रामसहाय