लखीमपुर खीरी

गृहराज्य मंत्री ने कहा था- बेटे के खिलाफ सबूत मिला तो इस्तीफा दे दूंगा, चार्जशीट के बाद मुश्किलें बढ़ीं, क्या टेनी इस्तीफा देंगे

लखीमपुर खीरी।

लखीमपुर कांड मामले में जांच टीम ने सोमवार को अदालत में पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। तीन अक्तूबर को तिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की जान गई थी।

लखीमपुर कांड मामले में जांच टीम ने 14 लोगों को आरोपी बनाया है। इन आरोपियों में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का एक रिश्तेदार भी शामिल है। मामले का मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्र है। तीन अक्तूबर को तिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की जान गई थी। इसी तारीख को रात में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसमें 14 लोगों को मामले का आरोपी बताया गया था। उधर, भाजपा नेता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में अब तक सात आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

अब सवाल उठ रहा है कि क्या चार्जशीट दाखिल होने के बाद अजय मिश्र टेनी गृह राज्य मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे? विपक्ष लगातार इसे मुद्दा बनाता रहा है। लगातार दबाव बनने पर सरकार ने भी संसद से लेकर सड़क तक यही कहा कि अगर टेनी का बेटा दोषी पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई होगी। अजय मिश्र टेनी खुद बोल चुके हैं कि अगर उनके बेटे के खिलाफ एक भी सबूत मिलेगा तो वह इस्तीफा दे देंगे।

क्या कहा था टेनी ने? 
पांच अक्टूबर को अजय मिश्र टेनी ने कहा था, ‘मैं लगातार अपनी बात रख रहा हूं। हमारे पास यह साबित करने के सबूत हैं कि न तो मैं और ना ही मेरा बेटा घटनास्थल पर मौजूद थे। अगर मेरे बेटे की मौजूदगी का प्रमाण साबित हो जाए तो मैं अभी मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।’

इसके बाद आठ अक्टूबर को एक न्यूज चैनल से बात करते हुए टेनी ने कहा था, ‘पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई जा रही है। राजनीतिक द्वेष की भावना से मुझे और मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है। हमारे पास कई ऐसे सबूत हैं, जिससे यह साबित होता है कि मैं और मेरा बेटा घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। घटनास्थल और कार्यक्रम स्थल से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी थी।’

अब क्या होगा?
एसआईटी ने अपनी चार्जशीट में अजय मिश्र टेनी के बेटे को मुख्य आरोपी बनाया है। विपक्ष ने सड़क से लेकर संसद तक इस मामले को लेकर हंगामा किया था। राहुल गांधी ने कहा था कि अजय मिश्र टेनी को इस्तीफा देना होगा। यह लिखकर ले लो। संसद का शीतकालीन सत्र भी इसी के चलते हंगामेदार रहा। यूपी चुनाव भी नजदीक है। ऐसे में सरकार पर अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा लेने का दबाव काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है।

रिपोर्ट- अवधेश वर्मा।

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