मंदिर में महीनों से जल संकट, श्रद्धालु परेशान – शिकायतों के बाद भी प्रशासन मौन
राजधानी लखनऊ के जल कल नगर निगम जोन-1 क्षेत्र अंतर्गत विकास दीप के पास छितवापुर पुलिस चौकी के पीछे स्थित एक प्राचीन मंदिर में विगत कई महीनों से जल आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है। स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं की लगातार शिकायतों के बावजूद अब तक नगर निगम और जलकल विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जानेमन नामचीन पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट तनवीर अहमद सिद्दीकी ने इस गंभीर समस्या को लेकर मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल, महापौर, नगर आयुक्त और जलकल विभाग के महाप्रबंधक सहित अन्य उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा है।
तनवीर अहमद सिद्दीकी के अनुसार, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार होने और लखनऊ में भाजपा के महापौर व भाजपा के सभासद होने के बावजूद धार्मिक स्थलों पर मूलभूत सुविधा तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। मंदिर में जल आपूर्ति ठप होने से न सिर्फ सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है, बल्कि श्रद्धालुओं को पीने के पानी तक की सुविधा नहीं मिल पा रही है।”
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार क्षेत्रीय पार्षद, जलकल विभाग और नगर निगम से संपर्क किया, परंतु हर बार आश्वासन ही मिला, कार्रवाई नहीं हुई।
यह स्थिति न केवल धार्मिक स्थल की मर्यादा के प्रतिकूल है, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यंत चिंताजनक है। श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करते समय शुद्ध पानी और स्वच्छ वातावरण मिलना उनका अधिकार है, जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है।
क्या कहता है प्रशासन?
अब तक संबंधित विभाग की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जलकल विभाग और नगर निगम की निष्क्रियता पर सवाल उठने लगे हैं।
जनता की मांग:
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से मंदिर परिसर में जल आपूर्ति बहाल की जाए और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।