आरटीपी ग्लोबल द्वारा आयोजित सीरीज फंडिंग से होम कंस्ट्रक्शन और रेनोवेशन एप कोलो ने 31 करोड़ रुपए जुटाए
• मौजूदा निवेशक बैटर कैपिटल ने भी निवेश की भागीदारी हिस्सा लिया और अपने पिछले निवेश को दोगुना कर दिया था
• कोलो पिछले फंड रेज मंथ की तुलना में 10 गुना अधिक बढ़ गया है और उपभोक्ता और सर्विस प्रोफेशनल्स दोनों ओर से अच्छा रिस्पांस देखने को मिल रहा है।
• गोजेक टीम के पूर्व सदस्य इसके को फाउंडर है और इसके मोबाइल एप्प को 4.6 स्टार रेटिंग मिली हैं जिसे 1 मिलियन से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।
नई दिल्ली।
कोलो, भारत की प्रमुख होम कंटेंट-कम्युनिटी ने घोषणा की है कि उसने ग्लोबल वीसी फर्म आरटीपी ग्लोबल और मौजूदा निवेशक बैटर कैपिटल से 31 करोड़ रुपये जुटाए हैं। नया निवेश कंपनी के निरंतर विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा, इसके साथ कंज्यूमर साइड प्रोडक्ट ऑफरिंग को बढ़ाकर पूरे भारत मे अपनी उपस्थिति को बढ़ाएगा। इसमें कंटेंट रिकमेंडेशन इंजन, द कम्युनिटी ऑफरिंग, डीजिटल पोर्टफोलियो और प्रोफेशनल्स के लिए टूल्स आदि शामिल है।
2020 में इसे दक्षिण पूर्व एशियाई यूनिकॉर्न गोजेक के पूर्व-सदस्य जेरी अल्थफ, प्रणव गर्ग, आयुष शारदा और विवेक मित्तल ने इसे स्थापित किया था। कोलो एक कंटेंटे कम्युनिटी मोबाइल एप है जो घर के मालिकों को अपने सपनों का घर बनाने में मदद करता है साथ ही कंस्ट्रक्शन का काम करने वालों और ब्रांड को डिजिटल उपस्थिति दर्ज कराने और घर के मालिकों से काम पाने का अवसर प्रदान करने वाला । कुछ ही समय में कंपनी देश में होम कंस्ट्रक्शन सेगमेंट में टॉप ऐप में से एक बन गई है।
कोलो के सह-संस्थापक जेरी अल्थफ ने कहा कि”दो प्रमुख उपभोक्ता व्यवहार रुझान हमारे विकास को चलाते हैं। पहला, उपभोक्ता अपने रेनोवेशन प्रोजेक्ट में पूरी तरह से शामिल होना चाहता हैं, क्योंकि इसके काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता है और इस दौरान लिए गए निर्णय यह तय करते है कि वह पूरे जीवन कैसे रहेंगे। पहले उनके पास अपने निकटतम रिश्तेदारों या दोस्तों को छोड़कर विकल्पों के बारे में जानने के लिए कोई रास्ता नहीं था। दूसरा निर्णयों पर मीडिया का प्रभाव। सुझावों के बेहतर विकल्प के साथ सर्विस प्रोवाइडर के फोटो/वीडियो के आधार पर उन्हें चुनने का विकल्प और चीजों को जानने और सीखने के लिए मौजूद कंटेंट से पारदर्शिता बढ़ती है और सारी पॉवर उपभोक्ता के हाथों में आ जाती है।
कोलो के सह-संस्थापक विवेक मित्तल ने कहा कि “घर अधिकांश भारतीयों के लिए जीवन भर में एक बार होने वाली खरीदारी होती है, वो अपने घरों के निर्माण में बहुत जुनून के साथ अपनी संपत्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा निवेश करते हैं। हालांकि, ज्यादातर मामलों में, वे एक दर्दनाक अनुभव से गुजरते हैं जो गैर-पारदर्शी और आमने-सामने की बातचीत और मैन्युअल प्रक्रियाओं पर निर्भर रहते है। हमारा उद्देश्य टेक्नोलॉजी का उपयोग करके अहम बदलाव लाना है, हम कंटेंट के जरिए लोगों की समस्याओं का हल करना चाहते हैं, इसके लिए हम सभी सूचनाओं को एक स्थान पर ला रहे हैं जिससे की घर के मालिकों, सर्विस प्रोफेशनल्स और बिल्डिंग निर्माण का सामान देने वाले विक्रेताओं की समस्याओं को एक ही स्थान पर हल किया जा सके।
कोलो ऐप घर के मालिकों को डिजाइन व आइडिया को ढूंढने और उनके बारे में अधिक जानकारी जुटाने और पेशेवरों के साथ काम करने की अनुमति देता है ताकि वे अपने आइडिया और प्लान इम्पलीमेंट कर उसे वास्तविक रूप प्रदान कर सकें। कोलो पेशेवरों को एक डिजिटल पोर्टफोलियो बनाने में मदद करता है, अपने काम के वीडियो / फोटो / विशेषज्ञता को घर के मालिकों और अन्य पेशेवरों के साथ साझा करके अपने लिए नए काम के अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
स्लाइस, ओपन, रुपेक, टीचमिंट, खाताबुक और अन्य जैसी ब्रेकआउट कंपनियों के शुरुआती समर्थक बैटर कैपिटल के वैभव डोमकुंडवार ने कहा, “कोलो ने भारत के विशाल गृह निर्माण बाजार में ग्राहक-प्रथम दृष्टिकोण अपनाया है और कम समय में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। हमने इसमें इसके आईडिया लेवल पर निवेश किया था और कोलो टीम की काम की गुणवत्ता से प्रभावित हुए हैं और इस वजह से हमने अपने निवेश को दोगुना कर दिया है क्योंकि यह इसके लिए पूरी तरह से काबिल हैं।
कंपनी ने पिछले फंडरेजर से दस गुना वृद्धि की है। केरल में जो शुरू हुआ वह अब दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विस्तारित किया जा रहा है।