सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य ने महिला शिक्षामित्र को चप्पल से पीटा
लखीमपुर खीरी।
विलियन विद्यालय महंगूखेड़ा में शुक्रवार की सुबह उपस्थिति लगाने को लेकर शिक्षामित्र और प्रभारी प्रधानाध्यापक के बीच विवाद हुआ। इसके बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक ने महिला शिक्षामित्र को जूते से पीट दिया। घटना का वीडियो वायरल होते ही विभागीय अधिकारियों ने खलबली मच गई। बीईओ ने विद्यालय जाकर मामले की जांच की। इसके बाद बीएसए ने आरोपी प्रभारी प्रधानाध्यापक अजीत कुमार को निलंबित कर दिया है। शिक्षामित्र की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार भी कर लिया।
स्कूल के इंचार्ज प्रधानाध्यापक अजीत कुमार वर्मा और महिला शिक्षामित्र के बीच उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थित लगाने को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों के बीच मारपीट होने लगी। इस दौरान घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वायरल वीडियो में अजीत कुमार वर्मा हाथ में जूता लेकर महिला शिक्षामित्र को पीटता दिखाई दे रहा है तो बाद में महिला शिक्षामित्र भी जूता छीनकर प्रधानाध्यापक पर पलटवार करती हैं।
इस दौरान मौजूद लोगों ने किसी तरह दोनों के बीच मारपीट को बंद कराया। इसके बाद दोनों पक्ष खीरी थाने पहुंचे। वीडियो वायरल होने पर शिक्षाविभाग के अधिकारी भी थाने पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर लेने के बाद शिक्षामित्र को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया।
शिक्षामित्र ने बताया कि लगभग दो वर्षों से आए दिन इंचार्ज प्रधानाध्यापक उपस्थिति पंजिका पर अनुपस्थित कर देते थे। बृहस्पतिवार को भी समय से स्कूल पहुंची थीं लेकिन रजिस्टर नहीं मिला था। तब वह बच्चों को पढ़ाने लगीं। इसके बाद भी अनुपस्थित कर दिया था। शुक्रवार को जब इसका विरोध किया तो इंचार्ज प्रधानाध्यापक जूते से पीटने लगे।
वहीं, प्रधानाध्यापक अजीत कुमार वर्मा ने तहरीर के माध्यम से बताया है कि शिक्षामित्र स्कूल में आए दिन देर से आती थी और रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनाकर चली जाती थीं। कोई भी स्कूल का कार्य नहीं करती हैं। आए-दिन विवाद करती रहती हैं। शुक्रवार को सुबह वह अपने पति और गांव वालों के साथ आई और गाली गलौज करते हुए सुनियोजित तरीके से मारपीट करने लगी।
तीन सदस्यीय कमेटी करेगी प्रकरण की जांच
बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आने पर सदर बीईओ सुभाष चंद्र को मौके पर भेजकर जांच कराई। इसके बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक अजीत कुमार वर्मा को निलंबित कर उसे पसगवां ब्लॉक से संबद्ध कर दिया है। जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। इसमें बीईओ सदर सुभाष चंद्र, बीईओ बेहजम देवेश राय और बालिका शिक्षा की जिला समन्वयक रेनू श्रीवास्तव शामिल हैं।